*B B C टाइम्स इन* रतलाम 01 दिसंबर मंगलवार मनोरोगी मराठी भाषी चिरकुट पूना जी पराड़कर उम्र 60 वर्ष निवासी ग्राम हिवरा सेनाडवार तहसील पांढुर्णा जिला छिंदवाड़ा ,(मध्य प्रदेश) 12 दिन पूर्व घर से निकल कर लगभग 600 किलोमीटर दूर रतलाम जिले के दूरदराज गांव में पहुंच गए |जहां से समाजसेवियों ने उसे शिवगढ़ थाना भिजवा दिया |
शिवगढ़ थाने के प्रधान आरक्षक अनिरुद्ध सिंह ने जवान के साथ समाजसेवी काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी के बताए अनुसार चिरकुट जी को जिला चिकित्सालय भिजवा दिया |जिला चिकित्सालय पहुंचने पर उसे अस्पताल के मेल मेडिकल वार्ड में भर्ती करा कर उपचार शुरू कर दिया | मराठी भाषा में जानकारी एकत्र कर काकानी द्वारा उसके घर वालों को संपर्क कर रतलाम होने की जानकारी से अवगत कराया |उनके सुपुत्र कैलाश एवं राजेश ग्राम सरपंच विजय श्री संतोष निहारे को वाहन में लेकर तत्काल रतलाम के लिए रवाना हो गए |आज दोपहर रतलाम पहुंचने पर अपने पिता को सकुशल देख उनकी आंखें भर आई |परिवार जन ने जानकारी में बताया कि चिरकुट जी का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहता है एवं मनोरोगी होने के कारण उनका इलाज नागपुर में चल रहा है | वे घर से बिना बताए निकल गए पूरा परिवार चिंतित था |उनके सकुशल होने की जानकारी प्राप्त होते ही हमारे घर में खुशियां छा गई है |
उन्होंने पूर्व में छिंदवाड़ा रहे पुलिस कप्तान एसपी गौरव तिवारी एवं उनकी पूरी टीम ,काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन एवं अस्पताल प्रशासन का ह्रदय से धन्यवाद दिया| चिरकुट पुना जी को अस्पताल की ओर से 10 दिन की दवा भी साथ में दी गई है|
