*B B C टाइम्स इन* रतलाम/ भोपाल, 14 जनवरी। कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर शुक्रवार को क्राइसिस मैनेजमेंट समिति की बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनहित में अनेक निर्णय लिए हैं। 15 जनवरी से 31 जनवरी तक पहली से बारहवीं तक के सभी स्कूल बंद करने का फैसला लिया है। इसके अलावा यह भी निर्णय लिया गया है कि आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा।
मध्य प्रदेश में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्कूलों को 31 जनवरी तक के लिए बंद किया जा रहा है। पहली से बारहवीं कक्षा तक के स्कूलों को 15 जनवरी से बंद करने का फैसला हुआ है। इसके अलावा कुछ और फैसले लिए गए हैं। राजनीतिक जुलूस सभा में बंद रहेगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला, विकासखंड, ग्राम स्तर की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के साथ बैठक की। इसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित मंत्री, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक शामिल हए। उन्होंने वैक्सीनेशन को लेकर कई जिलों को अपनी नाराजगी दिखाई। कई जिलों ने वैक्सीनेशन को लेकर आंकड़ों को गलत बताने का प्रयास किया तो सीएम चौहान ने कहा कि भारत सरकार के आंकड़़ों को चुनौती नहीं दी जा सकती।
चौहान ने कहा कि यह कोशिश की जा रही है कि आर्थिक गतिविधियां नहीं रूके और लोगों के कामकाज होते रहें। मगर कोविड शिष्टाचार का पालन किया जाए। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों को यह जिम्मेदारी सौंपी है कि वे कोरोना जांच, कांट्रेक्ट ट्रेसिंग, दवाओं की व्यवस्थाएं बनाकर रखें और उसी से तीसरी लहर से प्रदेश की जनता को बचाकर ले जाया जा सकता है।
15 जनवरी से 31 जनवरी तक स्कूल बंद रहेंगे। सरकारी और प्रायवेट स्कूल सभी बंद रहेंगे।
सभी प्रकार के मेले, वाणिज्यिक या धार्मिक कोई नहीं लगेंगे।
जुलूस-रैली या राजनीतिक सामाजिक सभा भी प्रतिबंधित रहेगी।
हॉल में क्षमता से 50 प्रतिशत लोगों की मौजूदगी के साथ कार्यक्रम हो सकेंगे।
शादी या अन्य आयोजन हॉल या खुले में 250 तक रहेगी।
खेल गतिविधियों में 50 प्रतिशत खिलाड़ी के साथ होंगी।
खेल गतिविधियां बिना दर्शकों के साथ होंगी।
प्री बोर्ड की परीक्षाएँ 20 जनवरी से होना थीं, लेकिन इन्हें भी टेक्स्ट बुक एक्जाम के रूप में किया जाएगा।