बीबीसी टाइम्स इन उज्जैन 11 नवंबर 2021
उज्जैन। म.प्र.शासन के तत्त्वावधान में विक्रम विश्वविद्यालय एवं कालिदास संस्कृत अकादमी द्वारा अ.भा कालिदास समारोह का आयोजन देवप्रबोधनी एकादशी पर 15 से 21 नवम्बर तक कालिदास संस्कृत अकादमी परिसर मे स्थित संकुल सभागृह में किया जा रहा है ।अकादमी के निदेशक डॉक्टर संतोष पंड्या के अनुसार समारोह के विभिन्न सांस्कृतिक व सारस्वत कार्यक्रमों निर्धारित किए गए हैं ।इसमें 14 नवंबर को नांदी व कलश यात्रा का आयोजन होंगे इसमें कलश यात्रा सुबह 10:00 बजे रामघाट से प्रारंभ होकर दोपहर 1:00 बजे कालिदास अकादमी मैं पहुंचेगी ।कलश यात्रा में जनप्रतिनिधि, कलाकार व शहर के नागरिक उपस्थित होंगे। कलश यात्रा संयोजक वासुदेव केसवानी ने बताया कि कलश यात्रा के माध्यम से शहर वासियों को समारोह का आमंत्रण दिया जाएगा इस दिन नांदी में पदम श्री भारती बंधु रायपुर द्वारा कबीर गायन ,मनोज सर्राफ उज्जैन द्वारा ध्रुपद गायन भी होगा।
इस अवसर पर जो सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ होगी, जिनका विवरण इस प्रकार है –
14 नवम्बर – नांदी – पद्मश्री भारती बन्धु, रायपुर द्वारा कबीर गायन ध्रुपद गायन श्री मनोज सर्राफ, उज्जैन द्वारा धु्रपद गायन
15 नवम्बर – संस्कृत नाटक ‘‘मालविकाग्निमित्रम्’’ बुन्देलखण्ड नाट्यकला समिति, झांसी निर्देशन-श्री कृपांशु द्विवेदी शास्त्रीय नृत्य कथक – सुश्री ऋतु शर्मा (शुक्ला), उज्जैन
16 नवम्बर -गायन – श्री शंकर महादेवन्, मुम्बई
17 नवम्बर – हिन्दी नाटक ‘‘सम्राट् विक्रमादित्य’’, श्री विशाला सांस्कृतिक संस्था, उज्जैन, निर्देशन – श्री विजयेन्द्र वर्मा
18 नवम्बर -लोकनाट्य माच – महाकवि कालिदास, मालव लोककला केन्द्र, उज्जैन निर्देशन श्रीमती कृष्णा वर्मा, उज्जैन शास्त्रीय नृत्य कथक – सुश्री मयूरी सक्सेना, उज्जैन
19 नवम्बर -नृत्य नाटिका – वीरांगना – सुश्री सुचित्रा हरमलकर एवं समूह इन्दौर शास्त्रीय नृत्य कथक – सुश्री मुद्रा बेन्द्रे इन्दौर
20 नवम्बर -शास्त्रीय नृत्य ओडिसी – सुश्री शोभा बेनर्जी एवं समूह नई दिल्ली नृत्य नाटिका-धन्य अवंतिके – निर्देशन सुश्री पलक पटवर्धन, उज्जैन
21 नवम्बर – शास्त्रीय वादन – संस्कृत बैंड ‘धु्रवा’, निर्देशन – श्री संजय द्विवेदी, भोपाल सिंधी नाटक – साधु सुन्दरी, सिन्धु प्रवाह, उज्जैन
कालिदास स्मरण समिति, उज्जैन द्वारा समारोह के तारतम्य में संस्कृत श्लोकपाठ प्रतियोगिता का आयोजन 13 एवं 14 नवम्बर को सिंहपुरी में किया जा रहा है।
इस अवसर पर जो सप्त दिवसीय सारस्वत आयोजन है उनका विवरण इस प्रकार है-
16 नवम्बर – राष्ट्रीय संगोष्ठी का प्रथम सत्र विषय – कालिदास साहित्य में मानवीय मूल्य समय प्रातः – 10 बजे, शोध संगोष्ठी का प्रथम सत्र (कालिदास समिति, विक्रम वि.वि., उज्जैन) समय अपराह्न 3 बजे, पं. सूर्यनारायण व्यास व्याख्यानमाला विषय – मेघदूतम् – एक अक्षयकलश, वक्ता श्रीमती धनश्री लेले मुम्बई, अध्यक्ष प्रो. विजयकुमार मेनन उज्जैन, समय सायं 5 बजे।
17 नवम्बर– राष्ट्रीय संगोष्ठी का द्वितीय सत्र विषय – कालिदास साहित्य में मानवीय मूल्य, समय प्रातः 10 बजे, शोध संगोष्ठी का द्वितीय सत्र (कालिदास समिति, विक्रम वि.वि., उज्जैन) समय अपराह्न 3 बजे, पं.सूर्यनारायण व्यास व्याख्यानमाला विषय- लोकतंत्र के प्रति कालिदास का सन्देश, वक्ता डॉ. इला घोष जबलपुर, अध्यक्ष प्रो.अखिलेशकुमार पाण्डेय उज्जैन, समय सायं 5 बजे।
18 नवम्बर– संस्कृतकविसमवायः, अध्यक्ष प्रो.रहसबिहारी द्विवेदी जबलपुर, समय प्रातः 10बजे, शोध संगोष्ठी का तृतीय सत्र (विक्रम कालिदास पुरस्कार चयनित शोध-पत्र) (कालिदास समिति, विक्रम वि.वि., उज्जैन) समय अपराह्न 3 बजे, महाकवि कालिदास व्याख्यानमाला विषय- राष्ट्रीयता एवं सुशासन-कालिदास के संदर्भ में, वक्ता प्रो.अभिराज राजेन्द्र मिश्र, शिमला, अध्यक्ष डॉ. केदारनाथ शुक्ल उज्जैन, समय सायं 5 बजे।
19 नवम्बर– शोध संगोष्ठी का चतुर्थ सत्र (कालिदास समिति, विक्रम वि.वि., उज्जैन) समय प्रातः 10 बजे, महाकवि कालिदास व्याख्यानमाला विषय- कालिदास के काव्यों में अलंकार सौन्दर्य, वक्ता प्रो.सरोज कौशल जोधपुर, अध्यक्ष प्रो.केदारनारायण जोशी उज्जैन, समय सायं 5 बजे।
20 नवम्बर– महाकवि कालिदास व्याख्यानमाला विषय- भारतीय चित्रांकन परम्परा और कालिदास, वक्ता श्री नर्मदाप्रसाद उपाध्याय इन्दौर, अध्यक्ष श्री भवानीशंकर शर्मा जयपुर, समय सायं 5 बजे।