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40 हजार सैलेरी पाने वाले 900 रू. पेंशन में कैसे करेंगे गुजारा। वृद्धावस्था में परिवार के भरण पोषण के लायक तो मिले अध्यापक शिक्षकों को पेंशन -प्रकाश शुक्ला।

*B B C टाइम्स इन* रतलाम 04 अक्टूबर आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्यप्रदेश के प्रांताध्यक्ष भरत पटेल के आहृवान पर मध्यप्रदेश के सभी52 जिलों में रविवार को ‘‘मुख्यमंत्री भविष्य बचाओ रैली’’ निकली गई आयोजन पुरानी पेंशन लागू करने की मांग को लेकर किया गया संघ ने सीएम के नाम ज्ञापन भी सौंपा इसमें सवाल उठाया कि इतनी कम पेंशन में भरण -पोषण कैसे होगा

मुख्यमंत्री भविष्य बचाओ रैली”कालिका माता प्रांगण से निकली संभाग अध्यक्ष प्रकाश शुक्ला के नेतृत्व में निकली रैली कलेक्टर कार्यालय पहुँची यहां संघ ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन कलेक्टर कलेक्टर प्रतिनिधि नायब तहसीलदार नरेन्द्र गर्ग को सौंपा ज्ञापन का वाचन कार्यकारी जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह भाटी ने किया

संभागाध्यक्ष श्री शुक्ला ने मांगों की जानकारी दी उन्होंने कहा कि हमारी प्रमुख मांग पुरानी पेंशन लागू करवाना है तथा क्रमोन्नति के आदेश जारी करवाना है। वर्तमान में अध्यापक शिक्षक संवर्ग को मध्यप्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही वृद्धावस्था पेंशन के बराबर पेंशन मिल रही है। 30 एवं 40 हजार रुपए प्रतिमाह की सैलरी वाले शिक्षक 600 और 900 रूपये में भविष्य कैसे काटेंगे? क्या यह व्यावहारिक है किन्तु यह कटु सत्य है। माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी से आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्यप्रदेश अनुरोध करता है कि मध्यप्रदेश के अध्यापक शिक्षक संवर्ग को कम से कम न्यूनतम पारिवारिक इतनी पेंशन तो अवश्य मिलनी चाहिए जिसमें परिवार का भरण पोषण हो सके।

सम्भागीय महासचिव परसराम कापड़िया ने कहा कि अध्यापक शिक्षक संवर्ग के साथ नई पेंशन स्कीम के नाम पर छलावा हो रहा है। हमें पुरानी पेंशन वाली ही नीति चाहिए। हमारी सबसे महत्वपूर्ण और लंबित समस्या यही है की पुरानी पेंशन लागू की जाये। हमारे कई अध्यापक शिक्षक साथी 62 वर्ष आयु होने के बाद रिटायर हो रहे हैं और उनकी एनपीएस के माध्यम से हजार बारह सौ रुपये पेंशन बन रही है । यह शिक्षकों के साथ भेदभाव है। संभागीय प्रवक्ता ओ पी बैरागी ने कहा कि एक ही स्कूल में पढ़ाने वाले दो शिक्षक रहते हैं एक शिक्षक रिटायर होता है तो 40 हजार रुपए पेंशन मिलती है और दूसरा शिक्षक रिटायर होता है तो 1 हजार रुपए पेंशन मिलती है जो कि गलत है।अंत मे आभार जिला सचिव राजेश स्वर्णकार ने माना।

प्रमुख मांगे

सेवा निवृत्त होने वाले अध्यापक शिक्षक संवर्ग को भी कम से कम न्यूनतम पेंशन योजना लागू की जाय। जिससे सेवानिवृत्त पश्चात उनके परिवार का भरण पोषण हो सके।

12 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण कर चुके अध्यापक शिक्षक संवर्ग के क्रमोन्नति आदेश शीघ्र जारी किए जावें। जो 3 वर्षों से लंबित हैं।

अध्यापक शिक्षक संवर्ग को भी केंद्र के समान मंहगाई भत्ते का लाभ दिया जावे।

विगत वर्षों में दिवंगत अध्यापक शिक्षक संवर्ग के आश्रित परिवार के सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान की जावे।

आदिम जाति कल्याण विभाग में कार्यरत अध्यापक शिक्षक संवर्ग को भी स्कूल शिक्षा विभाग की भांति सातवें वेतनमान की लम्बित एरियर्स का भुगतान किया जावे।

उच्च पदों की योग्यता प्राप्त अनुभवी अध्यापक शिक्षक संवर्ग को उच्च माध्यमिक शिक्षक से प्राचार्य पद पर, माध्यमिक शिक्षक से उच्च माध्यमिक शिक्षक या मिडिल स्कूल प्राधानाध्यापक पद पर और प्राथमिक शिक्षक से माध्यमिक शिक्षक या प्राइमरी प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति की जावे।

आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्यप्रदेश के जिन पदाधिकारियों एवं आजीवन सदस्यों के द्वेषतापूर्ण प्रशासनिक स्थानांतरण किये गए हैं। उनके स्थानांतरण आदेश निरस्त करने के आदेश अतिशीघ्र जारी किये जावे।

आदिम जाति कल्याण विभाग को स्कूल शिक्षा विभाग में मर्ज किया जावे।

आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के संभाग अध्यक्ष प्रकाश शुक्ला, संभागीय महासचिव परसराम कापड़िया, संभाग सचिव पवन ओझा, संभाग उपाध्यक्ष विनोद यादव, संभागीय प्रवक्ता ओमप्रकाश बैरागी, जिला उपाध्यक्ष आनन्द चावला, जिला महासचिव रामकरण कनेरिया, आलोट ब्लाक अध्यक्ष प्रकाश परमार, कार्यकारी ब्लाक अध्यक्ष बालेश्वर पाटीदार, सैलाना ब्लाक अध्यक्ष दिनेश परमार, बाजना ब्लाक अध्यक्ष तेजू डोडियार, जिला संघठन मंत्री अम्बाराम बोस, ताल अध्यक्ष दशरथ सोंडल, अर्जुन राठौर, जितेंद्र शर्मा, ललिता कदम, संध्या जैन, किरण पाटीदार, कैलाश नारायण भाटी, कन्हैया लाल पाटीदार, विष्णु शर्मा, कैलाश डामर, रमेश उपाध्याय, हिम्मत पंवार, प्रहलाद गेहलोत, मनीष द्विवेदी, आशीष मिश्रा, सुप्रित छाजेड़ आदि उपस्थित रहे।
उक्त जानकारी संघ के सम्भागीय शोशल मीडिया प्रभारी प्रहलाद गेहलोत ने दी।

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