रतलाम जिले में सोशल मीडिया पर जिस प्रकार सरकार के बारे में दुष्प्रचार पोस्ट की जा रही है उन पर कोई कार्यवाही नही की जा रही -श्री ओझा
*B B C टाइम्स इन* भोपाल/रतलाम 26 अप्रैल श्रमजीवी पत्रकार संघ के मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष दीपक जैन कड़े शब्दों में निंदा करते हुए रतलाम पुलिस के द्वारा तुरंत कृष्ण कांत शर्मा के खिलाफ की गई FIR रद्द करना चाहिए श्रमजीवी पत्रकार संघ प्रदेश उपाध्यक्ष श्री लखन गेहलोत ने कहा कि पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही से पत्रकारों में आक्रोश बढ़ेगा। प्रदेश उपाध्यक्ष श्री दीपेश ओझा ने कहा कि रतलाम जिले में सोशल मीडिया पर जिस प्रकार सरकार के बारे में दुष्प्रचार पोस्ट की जा रही है उन कोई कार्यवाही नही की जा रही
रतलाम के गांव पलसोड़ा के जगदीश राठौर को सुबह मेडिकल कॉलेज में एडमिट किया था। परिजनों के मुताबिक कॉलेज में 15 मिनट तक ऑक्सीजन भी दिया गया बाद में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया, परिजन उन्हें गांव लेकर गए जहां स्थानीय डॉक्टर ने चेक किया तो उनकी धड़कन चालू होना बताया
सोशलमीडिया पर एक ग्रुप में पत्रकार कृष्णकांत शर्मा द्वारा शेयर किया गया था और जिसको लेकर इतना बवाल खड़ा किया जा रहा है कि इससे रतलाम मेडिकल कॉलेज की छवि खराब हो रही है। और इसको लेकर पुलिस ने इतनी तत्परता दिखाई के परिजनों के बयान दर्ज कर तुरंत उस पत्रकार पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया इसे ही कहते हैं रस्सी का सांप बनाना कोई भी आम आदमी निष्पक्ष तरीके से इस पोस्ट को पढ़ने के बाद इस नतीजे पर पहुंचेगा की इंसानियत और इंसान की मदद के उद्देश्य से इस पोस्ट को प्रेषित किया गया
यही नहीं पत्रकार केके शर्मा ने बताया कि मदद के उद्देश्य से मेडिकल कॉलेज के साथ समन्वय बनाने वाली डिप्टी कलेक्टर शिराली जैन को भी इस पूरे मामले से अवगत कराया गया था जब उस व्यक्ति को गायत्री हॉस्पिटल लेकर गए थे तो वहां डिप्टी कलेक्टर शिराली जैन मैडम ने भी गायत्री हॉस्पिटल के जिम्मेदारों से बात की थी उन्होंने भी उक्त व्यक्ति को मृत बताया था। इसके बाद परिजन उक्त मृत व्यक्ति को गांव लेकर गए थे और दाह संस्कार कर दिया था और ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि मीडिया या सोशल मीडिया में इस तरह की खबर आई हो कि मृत घोषित आदमी की सांसे चलती हुई पाई गई और थोड़ी देर बाद वह फिर मर गया मात्र सूचना और मदद के उद्देश्य से की गई पोस्ट पर एफ आई आर दर्ज होना पुलिस का बहुत ही निराशाजनक कार्य है जबकि जो लोग स्वार्थ के वशीभूत होकर अपने निजी उद्देश्य और निजी एजेंडा के कारण जानबूझकर मेडिकल कॉलेज और सरकार के खिलाफ़ दुष्प्रचार निरंतर लिखकर रतलाम मेडिकल कॉलेज की छवि को निरंतर चोट पहुंचा रहे हैं? ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं
रतलाम पुलिस की यह कार्रवाई नितांत गैर जरूरी है और इसकी जितनी निंदा की जाए कम है जिला प्रशासन को इसमें तुरंत दखल देकर समन्वय बनाना चाहिए जिससे जिला प्रशासन व पत्रकारों में टकराव न हो
उक्त जानकारी प्रदेश मिडिया प्रभारी नरेंद्र सिंह राठौर,उज्जैन संभाग मीडिया प्रभारी श्री भरत शर्मा ने दी