*B B C टाइम्स इन* रतलाम 25 अप्रैल रतलाम पुलिस ने रेमेडीसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने बीती रात जीवांश हास्पिटल पर छापा मार कर रेमेडीसिविर की कालाबाजारी कर रहे दो ड्यूटी डाक्टरों को गिरफ्तार किया। इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में मन्दसौर के एक आरोपी की तलाश जारी है। आरोपियों ने ढाई हजार रु. कीमत वाले रेमेडीसिविर इंजेक्शन तीस हजार के भाव से तीन इंजेक्शन का सौदा किया था।
जानकारी के अनुसार एसपी गौरव तिवारी ने दो दिन पूर्व रेमेडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों की सूचना देने के लिए एक हेल्पलाइन नम्बर जारी किया था और आमजनता से कालाबाजारी के सबंध में सूचना देने की अपील की थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार,एसपी गौरव तिवारी को इस आशय की सूचना मिली थी कि अस्सी फीट रोड स्थित जीवांश हास्पिटल के बाहर रेमेडिसिविर इंजेक्शन अवैध रुप से बेचा जाना है। सूचना के आधार पर एसपी श्री तिवारी ने थाना प्रभारी नीरज सारवान के नेतृत्व में एक टीम तैयार की और जीवांश हास्पिटल के बाहर इंजेक्शन बेचने आए उत्सव नायक को घेराबन्दी कर पकडा और उसके कब्जे से रेमेडीसिविर इंजेक्शन बरामद किया। उत्सव नायक ने पुलिस टीम को बताया कि यह इंजेक्शन उसे जीवाश हास्पिटल के ड्यूटी डाक्टर यशपाल सिंह ने बेचने के लिए दिया था। पुलिस टीम ने जीवांश हास्पिटल के भीतर जाकर छापा मारा और ड्यूटी डाक्टर यशपाल सिंह को पकडा। पुलिस को यशपाल के कब्जे से भी कुछ इंजेक्शन बरामद हुए। पुलिस के अनुसार पूछताछ में दोनो आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे पिछले कुछ दिनों से रेमेडीसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे थे और तीस से पैैंतीस हजार रुपए मेंं इंजेक्शन बेच रहे थे। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्हे ये इंजेक्शन मन्दसौर निवासी प्रणव जोशी द्वारा पच्चीस हजार रु. में उपलब्ध कराए जा रहे थे,जिसे वे पांच या दस हजार रु. अधिक लेकर बेच रहे थे। पुलिस को उत्सव,यशपाल और प्रणव के बीच होने वाली चैट भी मिली है,जिससे पता चलता है कि उन्हे इंजेक्शन प्रणव द्वारा ही दिए जा रहे थे।
पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 420,34 और आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3-7 के तहत प्रकरण दर्ज करते हुए उत्सव नायक और यशपाल को गिरफ्तार कर लिया है,जबकि तीसरे आरोपी प्रणव जोशी नि.मन्दसौर की तलाश की जा रही है।