BBC टाइम्स इन उज्जैन 29 जनवरी।
ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा,शाम होते ही घरों में दुबक जाते हैं लोग
उज्जैन ।शहर में पिछले पांच दिनों से पारा 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे है। जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ राजेंद्र प्रकाश गुप्त का मानना है कि उत्तर भारत के राज्यों में बर्फबारी के कारण वहां से चलने वाली सर्द हवाओं ने उज्जैन में गलन बढ़ा दी है।
दिन में कड़ी धूप से जहां लोगों को ठंड से राहत मिलती है वहीं शाम होते ही गलनभरी ठंड और शीतलहर से लोगों का जीना दुश्वार हो जाता है। ठंड के मारे लोग शाम होते ही घरों में दुबक जाते हैं। हांलाकि दिन में भी चल रही सर्द हवाओं से लोगों में सिहरन पैदा होती है। 25 व 26 जनवरी की रात अब तक की सबसे सर्द रात रिकॉर्ड की गई।
इस रात को पारा अपने न्यूनतम स्तर 6.5 डिग्री सेल्सियस पर रहा। बीती रात यानि 28 जनवरी को 7.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। दिन का तापमान 22 से 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं।