Tue. Jun 25th, 2024

रतलाम।
राजेश मूणत।
रतलाम जिला लोकसभा निर्वाचन की दृष्टि से प्रदेश का अनूठा जिला है। जिले में विधानसभा क्षेत्र तो कुल पांच है। लेकिन संसदीय क्षेत्र तीन लगते है।
इसलिए निर्वाचन की व्यवस्था में तीन जिलों का समन्वय रहता है। जिले की इस विविधता के कारण रतलाम जिला निर्वाचन आयोग की प्राथमिकता में रहता है। चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था चाक चौबंद रखने के लिए आयोग ने इस बार देश के पुर्वोत्तर राज्य मेघालय तक से सुरक्षा बल रतलाम भेजा है। रतलाम जिले में एक हज़ार दो सो सितानवे मतदान केंद्र है। इसमें सबसे अधिक जिले के जावरा में 276 है। आलोट में 253 सैलाना में 256 और रतलाम शहर में 260 तथा रतलाम ग्रामीण में 252 है।
जिले में 310 मतदान केंद्र संवेदनशील के रूप में चिन्हित किए गए है।
जिले में निर्वाचन से जुड़े सभी पक्ष तैयारियों को लगातार अंतिम रूप दे रहे है। अधिकृत जानकारी के अनुसार कानून व्यवस्था बनाए रखने और निष्पक्ष निर्भीक मतदान के लिए जिले में लगभग चार हज़ार सुरक्षा बल तैनात किए जा रहे है।
निर्वाचन आयोग की व्यवस्था के अनुरूप मेघालय स्टेट आर्म्स फ़ोर्स की तीन कम्पनियाँ प्रदेश के छतरपुर से जिला बल और राजस्थान के अजमेर, झुंझनू और भीलवाड़ा से सुरक्षा बल रतलाम पहुँच गए है।
113 झोनल मजिस्ट्रेट, 21 उड़नदस्ते 24 एफएसटी और 11राजपत्रित अधिकारी मतदान केंद्रों और व्यवस्था की सतत निगरानी करेंगे।
1297 विशेष कर्त्तव्यस्थ पुलिस अधिकारी 23 थाना प्रभारियों और 56 उप निरिक्षकों के साथ मतदान स्थलों की सुरक्षा में तैनात रहेंगे। रविवार सवेरे से रतलाम के कला विज्ञान महाविद्यालय पर मतदान दलों को निर्वाचन सामग्री का वितरण प्रारम्भ हो गया है। रतलाम शहर के 260 मतदान केंद्रों के साथ 1297 मतदान केंद्रों की सामग्री वितरित की जा चुकी है।
भीषण गरमी को देखते हुए सामग्री वितरण केंद्र पर फाग फव्वारे लगाए गए है।
मतदान कर्मियों को लू की चपेट से बचाने के लिए केरी का पना भी वितरित किया गया है।

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