बीबीसी टाइम्स इन उज्जैन 11 जून 2022
स्मार्ट सिटी के स्मार्ट लोगो ने शहर की स्मार्ट व्यवस्थाओ को खुब कोसा
उज्जैन। सूरज की तेज गर्मी एवं तपन से जूझ रहे लोगों को शनिवार की शाम मानसून की पहली बारिश ने राहत प्रदान की। लोगों ने बारीश मे भीगकर बारीश की बूंदों का आनन्द लिया। लेकिन उनके आनंददायी पलों को विद्युत विभाग ने शहर के अधिकांश क्षेत्रो की लाईट गुल कर किरकिरा कर दिया।शहर के अधिकांश हिस्सो मे चारो ओर अन्धेरा छा गया। रहवासीयो द्वारा देर रात तक मध्य प्रदेश विद्युत मंडल के जोन कार्यालयों पर फोन लगाते रहे लेकिन अधिकांश फोन कवरेज क्षेत्र के बाहर या लाईन पर बिजी रहे जिससे लोग परेशान होते रहे और स्मार्ट सिटी के दावे करने वाले अधिकारियों को थोड़े ही देर की बारिश के कारण व्यवस्थाओं की पोल खुलते ही कोसते हुए नजर आए।
दरअसल शनिवार शाम से ही बादल उमड़ते- घुमड़ते तेज हवाओं के साथ शहर के ऊपर जोरदार बरसे जिससे शहर वासियों ने गर्मी से राहत एवं सूरज की तपन से निजात महसूस की लेकिन मानसून की पहली बारिश के कारण स्मार्ट सिटी के दावो की पोल भी खुल गई। सड़कों पर नालियों का पानी बह निकला जिससे निगम की मानसून के पहले की गई नालियों की सफाई की स्थिति भी सामने उजागर हो गई तो वही सड़कों के गड्ढों में बारिश का पानी भर जाने से लोग दुर्घटनाओं का शिकार होते नजर आए। टाटा कंपनी के द्वारा खोदे गये सीवरेज लाइन के गड्ढों के कारण चारों ओर मिट्टी फैल गई है जिससे वाहन चालक एवं पैदल राहगीर गिरते पड़ते रहे। और बाकी की कसर विद्युत विभाग द्वारा किये गए ब्लैक आउट ने पूरी कर दी जो की देर रात तक बिजली की आंख मिचोली जारी रही। कुल मिलाकर मानसून की पहली बारिश ने स्मार्ट सिटी उज्जैन के दावों की पोल खोलते हुए शहर की वास्तविक स्थिति बया कर दी।