नौलाईपुरा स्थानक पर लगे तप आराधना के ठाठ
*B B C टाइम्स इन* रतलाम,31 जुलाई| आचार्य श्री उमेशमुनिजी के सुशिष्य प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी के आज्ञानुवर्ती तत्वज्ञ संघ हित चिंतक धर्मेन्द्रमुनिजी,रत्नपुरी गौरव गिरीशमुनिजी,प्रशस्तमुनिजी,सुयशमुनिजी ठाणा – 4 श्री धर्मदास जैन मित्र मंडल नौलाईपुरा स्थानक पर चातुर्मास हेतु विराजित है। मुनि मंडल के सानिध्य में ज्ञान,दर्शन,चारित्र एवं तप की विशिष्ट आराधना में श्रावक-श्राविकाएँ उत्साहपूर्वक भाग ले रहे है।मुनि मंडल के सानिध्य में प्रतिदिन प्रतिक्रमण,प्रार्थना,व्याख्यान प्रातः 09 से 10 बजे तक,दोपहर में वाचनी एवं ज्ञान चर्चा,शाम को देवसिय प्रतिक्रमण,चौवीसी आदि विविध धर्माराधनाए सम्पन्न हो रही है।
श्री धर्मदास जैन श्री संघ के अध्यक्ष अशोक चतुर व महामंत्री अजीत मेहता ने बताया कि मुनि मंडल के सानिध्य में 02 अगस्त सोमवार को मालव केसरी,प्रसिद्ध वक्ता, महाराष्ट्र विभूषण पूज्य गुरुदेव श्री सौभाग्यमलजी म.सा.की 37वीं पावन पुण्यतिथि जप-तप-त्याग तपस्या एवं विविध धर्माराधनाओ के साथ उत्साहपूर्वक मनाई जाएगी।
इस अवसर पर श्री धर्मदास जैन मित्र मंडल स्थानक पर प्रातः 09 से 10 बजे तक गुणानुवाद सभा का आयोजन होगा जिसमें तत्वज्ञ धर्मेन्द्रमुनिजी,गिरीशमुनिजी आदि संत मंडल मालव केसरी श्री सौभाग्यमलजी म.सा. के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालेंगे।
पुण्यतिथि के प्रसंग पर पचरंगी तप की तपस्या प्रारम्भ हो चुकी है इसमे बड़ी संख्या में तप आराधक भाग ले रहे है।
वाणी के जादुगर,परस्पर प्रेम एवं भाईचारे के ध्वजवाहक,श्रमण संघ के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान के लिए मालव केसरी श्री सौभाग्यमलजी म.सा.को पूरे भारतवर्ष में श्रद्धा के साथ याद किया जाता है।मध्यप्रदेश, राजस्थान व महाराष्ट्र आपके विचरण के प्रमुख क्षेत्र रहे है।
श्री धर्मदास जैन मित्र मंडल स्थानक पर तपस्या के ठाठ लगे हुए है।शनिवार को धर्मसभा में तत्वज्ञ धर्मेन्द्रमुनिजी के मुखारविंद से साधना मेहता ने ग्यारह उपवास व अखिल भारतीय श्री धर्मदास गण परिषद के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एवं श्री संघ के उपाध्यक्ष रजनीकांत झामर ने 10 उपवास,अणु मित्र मंडल के सचिव मिलिन गांधी व मोनिका गांधी ने 9-9 उपवास के प्रत्याख्यान ग्रहण किये।अणु मित्र मंडल के उपाध्यक्ष सचिन मांडोत,प्रवीण खुणिया व निशा मेहता ने 8-8 उपवास की तपस्या की।
तपस्या पूर्ण होने पर श्री संघ द्वारा तप की बोली लगाकर तप आराधकों का बहुमान किया गया।यहाँ पर तेले की लड़ी के अलावा विभिन्न तप की लड़िया चल रही है जिसमे श्रावक-श्राविकाएँ उत्साहपूर्वक भाग ले रहे है।तेला तप आराधकों की बहुमान प्रभावना श्री संघ द्वारा दी गई।शनिवार को धर्मसभा मे बखतगढ़,संजेली आदि कई स्थानों के श्रावक-श्राविकाएँ उपस्थित थे।