*B B C टाइम्स इन* रतलाम 26 मई कोरोना की दूसरी लहर चल रही है, ऐसे में लगातार 80 दिनो से घरों में कैद छोटे बच्चे चिड़चिड़े व जिद्दी हो गए हैं। बच्चे घर से बाहर निकलने की ज़िद कर रहे है। ओर उन्हें रोकने में माता पिता का तनाव बढ़ रहा है ऐसे में अब अभिभावकों ने चाइल्ड लाइन के 1098 नंबर पर मदद लेना शुरु कर दिया है। चाइल्ड लाइन द्वारा एक्सपर्ट काउंसलर द्वारा ऑनलाइन काउंसिलिंग शुरू कर आधे से एक घंटे तक बच्चो के साथ अलग अलग खेल खेलने,बच्चो को प्रोत्साहित करने की समझाइश भी दी जा रही हैं।
लॉक डाउन में बच्चे घर मे ज्यादा समय मोबाइल या टीवी पर बिता रहे हैं। चाइल्ड लाइन के 1098 नम्बर पर अभिभावक अपनी परेशानी बता रहे हैं अलकापुरी स्थित चाइल्ड लाइन कार्यालय पर औसतन 10 से 15 कॉल प्रतिदिन आ रहे हैं अभी तक लगभग 180 कॉल आ चुके हैं । इसमें शहर के अच्छे व सक्षम परिवार के लोग भी शामिल हैं।
यह जानकारी मांगी जा रही।
बच्चो का नाम ,उम्र, व आवश्यक जानकारी लेने के पश्चात अभिभावकों को अगले दिन समय देकर ऑनलाइन मोबाइल या कम्प्यूटर के द्वारा बच्चों की काउंसलिंग की जाती है। बच्चो को कोरोना महामारी के बारे में पूछने पर उन्हें समझाते है कि इससे बचने के लिए हमे घर मे ही रहना होगा। की कॉउंसलिंग की जा रही है ।
कोरोना महामारी के चलते कई परिवार ऐसे भी है जिनका रोजगार बंद हो गया है चाइल्ड लाइन से राशन व खाने के लिए भी कॉल आ रहे है चाइल्ड लाइन और महिला बाल विकास के सहयोग से उन बच्चों को राशन सामग्री उपलब्ध करवा कर उनकी मदद कर रही हैं। अब तक लगभग 42 परिवारों को चाइल्ड लाइन राशन उपलब्ध करवा चुका है। और 1098 नंम्बर पर मुख्यमंत्री द्वारा चलित बाल कल्याण पेंशन योजना जिसमे माता पिता की मृत्यु होने पर बच्चों शासन द्वारा 5000 रुपये की पेंशन दिया जाने है । उसके लिए अभी तक के 1098 नंबर पर 15 काल आ चुकी है इन सभी के दस्तावेज लेकर आगे के प्रकिया के लिए महिला बाल विकास और बाल कल्याण समिति को जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है । जल्दी ही बच्चों को इस पेंशन का लाभ बच्चों को मिलेगा
चाइल्ड लाइन 1098 नंबर महिला बाल विकास भारत सरकार एक महत्वपूर्ण परियोजना है जो 0 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए 24×7 काम करती जिसको बच्चों के लिए 1098 टोल फ्री नंबर पर सम्पर्क कर सकते है। जिसमें वह परिवार के बच्चे शामिल है जिन्होंने कोरोना महामारी की वजह से अपने माता पिता या अभिभावकों को खोया है। और शासन द्वारा ऐसे बच्चों के रहने की व्यवस्था भी की जा रही है । जिनके परिवार में बच्चों की परवरिश करने वाला नही रहा है ।
प्रेम चौधरी जिला समन्वयक चाइल्ड लाइन रतलाम
इस अवसर पर प्रेम चौधरी जिला समन्वयक,अरुण भल्ला टीम सदस्य,दिव्या उपाध्याय टीम सदस्य,लोकेश पटीदार टीम सदस्य,विनोद राठौड़ टीम सदस्य आदि उपस्थित थे