*दिलीप कर्णधार की रिपोर्ट*
*B B C टाइम्स इन* रतलाम /नामली 14 मई रतलाम जिले की नामली नगर परिषद में कोरोनकाल में हो रही मौतों को लेकर को प्रशासन के पास कोई जवाब नहीं है जब से कोरोना वायरस का प्रकोप आया है तब से कई लोगों की मौत हो गई है कोरोना महामारी की दुसरी लहर में तो हालत दरबेदर है टीवी या अन्य शोसल मिडिया के प्लेटफार्मों में हर तिसरी ख़बर मौत या श्रदांजलि देने की ख़बर है। बड़े बड़े न्यूज़ चैनल भी मुक्तीधाम से ख़बरें बता रहे है मुक्तीधामों में तमाम इंतजामों कमीया बताईं जा रही है देशभर में कई जगह लाशों को मुक्तीधाम ले जानें के लिए वाहन नसीब नहीं हो रहे कई तस्वीरे लोगों को मीडिया के माध्यम से वर्तमान हालातों में देखने को मिल रही है ऐसे ही हालात नामली में देखें जा रहे है अन्य कारणों से हुई मौत को लेकर परिजनों द्वारा परेशान होना पड़ रहा है किराये के वाहन कर परिजन शव को मुक्तीधाम ला रहे हैं इस परेशानी को लेकर बुधवार कलेक्टर श्री कुमार पुरूषोत्तम ने छात्रावास में बनाएं गए क्वारंटाइन सेंटर के निरक्षण के दौरान निस्वार्थ मुक्तीधाम सेवा समिति के सदस्य ने शव वाहन को लेकर मांगपत्र सौपा गया
इस कोरोनकाल मानवसेवा ही परम् सेवा है इस उद्देश्य को चरितार्थ करती नामली की निस्वार्थ मुक्तीधाम सेवा समिति यह पिछले वर्ष से ही जब कोरोनकाल लगा तब से मुक्तीधाम नाम में लकड़ी की व्यवस्था कर रही है वहीं पिछले तीन महीने से पक्षियों के मुक्तीधाम के शांतिवन में संकोरे बंधे गये साथ ही मुक्तीधाम के इच्छापूर्ण चमत्कारी श्री कालभैरव के स्थान पर तंत्र क्रियाओं को करने वालें कट्टी हुई कुंट्टानुमा छोटी मटकियों को लेकर आते है उसमे हवन पूजन करते है उनकों पूरे शांतिवन में पानी भर सकोरे के रुप मे काम लेकर पक्षियों की प्यास बुझाने का कार्य कर रहे है । अच्छे और नेक काम की हमेशा तारीफ होना चाहिए . निस्वार्थ मुक्तीधाम सेवा समिति द्वारा पहल करने पर पक्षियों को रोजाना दाना डाल जाता हैं पक्षियों का दान नगर के वरिष्ठ समाजसेवियों द्वारा प्रदान किया जा रहा है जिसमें मक्का चावल गेहूं आदि है मुक्तीधाम नामली में गोरया चिडिय़ा को लेकर भी बड़े इंतजाम किये गए है उठावने में परिजनों द्वारा लाई गई मटकियों को कलर कर उनका घोसले बनाए गए और कबूतरों को लेकर उनके घर बनाएं है उन्हीं मटकियों में मिट्टी डालकर फूल और फल के साथ पौधों तुलसी जी के बीज रोपें जाएगें
निस्वार्थ मुक्तीधाम सेवा समिति के वरिष्ठ सदस्य श्री कैलाश जाट,दादा ने बताया कि उनकी मंशा है की मुक्तीधाम नामली का शांतिवन वन की खुद की नर्सरी हो और यंहा के फल फूल के पौधे देश ही नहीं प्रदेश के मुक्तीधामों और कब्रिस्तानो में लगे मुक्तीधाम के सदस्यों द्वारा श्री मरी माता मंदिर सेमलिया रोड़ पर भी पक्षियों के लिए नियमित दानेपानी की सेवा समिति से जुड़ें पत्रकारों द्वारा की जा रही हैं । नामली के मुक्तीधाम में निस्वार्थ मुक्तीधाम द्वारा समिति द्वारा पंच लकड़ी दौरान उपयोग आने वाले कंड्डे के चुरे को नमक डाल देशी खाद बनाया जा रहा इस निस्वार्थ मुक्तीधाम सेवा समिति के सदस्यों द्वारा चाहे पक्षियों के लिए घर बनाना या लकड़ी की व्यवस्था करना सभी कार्य निस्वार्थ भाव से किये जा रहे हैं गुरुवार को भी निस्वार्थ मुक्तीधाम सेवा समिति के सदस्यों ने दिनभर प्रशासन के सहयोग से लकड़ी इक्कटी करवाई और नामली की आरामशीनो पर चिरने भेजा मुक्तीधाम के शांतिवन वन में अनेक प्रकार की आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों भी है जो वर्तमान में जानकार लोग ले जाकर उपयोग करते है। मुक्त की ऑक्सीजन चाहिए तो नामली के मुक्तीधाम के शांतिवन वन के एक चक्कर लगाने से एहसास होता है की प्राकृतिक वातावरण में आत्मशांति परियावरण के प्रति नामली मुक्तीधाम मिशाल कायम कर रहा है मगर विडंबना यह है की पिछले महिनों से दोनो प्रमुख मुख्य गेटों के निर्माण , शांतिवन में खुलें हालनुमा कमरों पर दरबार लगाना जिससे मुक्तीधाम में उपयोग आनेवाला समय व्यवस्थित रखा रहे देरशाम दह संस्कार होने से और शांतिवन के पेड़ पौधों को बचाने के लिए 24 घंटों की बिजली कनेक्शन को शांतिवन में पानी पिलाने को लेकर प्रयास किये जा रहे हैं जिसमें सिर्फ अंतिम पड़ाव में कलर करने का कार्य हुआ है वह भी अधूरा है नगर परिषद द्वारा प्रस्तावित कार्यों को शुरू करने को लेकर भी अनदेखी की जा रही है जबकि लकड़ी से लगाकर झोलप्रथा का रुपया वर्षों से मृत व्यक्ति के परिजनों से लिया जा रहा है मुक्तीधाम के वरिष्ठ सदस्य ने अपनी पिड़ा बताई मुक्तीधाम में दान संतोष चत्तर अंकित भंसाली , एंव अन्य वरिष्ठ लोगों द्वारा किया जा मुक्तीधाम के सदस्य दिलीप कर्णधार ,राकेश आड़ा ,नंदकिशोर दंडिग ,गिरीश शर्मा , लखन लाड , शुनिल फागना , उज्जवल शर्मा , शिवनारायण महावर , अमित आदि सदस्यों ने जल्द से शव वाहन की व्यवस्था करने की मांग है