Thu. Jun 19th, 2025

                                                               
*B B C टाइम्स इन* रतलाम 01 फरवरी सोमवार श्री सनातन धर्मसभा एवं महारूद्र यज्ञ समिति तथा श्री बद्रीनारायणसेवा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में धर्मसभा एवं सम्मान समारोह का आयोजन वृन्दावन से पधारे स्वामी श्री प्रवणानंद जी महाराज एवं अखण्ड ज्ञान आश्रम के संत श्री देवस्वरूपानंद जी महाराज के सानिध्य में अमृत सागर तालाब स्थित श्री हनुमान बाग परिसर में हुआ। इसमें संतों सहित ६७ वें महारूद्र यज्ञ को सफल बनाने वाले यज्ञाचार्य पं. दुर्गाशंकर ओझा व 21 विद्वान पंडितों, हलवाई पुरूषोत्तम पटेल, प्रेस फोटोग्राफर मुकेश जोशी एवं समस्त कार्यकतार्ओं का शाल, श्रीफल और और पुष्पमालाओं से सम्मान किया गया।
स्वामी श्री प्रवणानंद जी महाराज अपने प्रवचन में कहा कि आज हमारी सीमाएं सुरक्षित है। पहले समय में ऐसा नही था। हजारों किलोमीटर दूर से आकर कौई भी हम पर अत्याचार कर लेता था। हमारे देश को लुट लेता बच्चों को मार डालता और महिलाओं को उठा ले जाता था। अब हम अपने धरों में अपने देश में सुरक्षित है। लेकिन अब हमारी सनातन संस्कृति पर प्रहार किया जा रहा है। हम पश्चिम संस्कृति अपना रहे है। इसका परिणाम यह देखने को मिल रहा है बच्चे अपने माता-पिता से ठीक से बात भी नही करते है। कुसंस्कृति हावी हो रही है। आज हम बाहर वालों से नही घर परिवार से दुखी हो रहे है। आज बच्चों को संस्कार देने की आवश्कता हैं। बच्चों को संस्कारीत करने में माता-पिता की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हमारे सनातन समाज में पश्चिम संस्कारों के कारण विकार आया है। बच्चों में परिश्रम, अनुशासन, धार्मिक परंपरा, इतिहास का बोध होना आवश्यक है। नगर के अपने क्षैत्र के हर मंदिर में बाल संस्कार केन्द्र होना चाहिए। बच्चों को संस्कार देने के प्रति सजग होना हर माता पिता का और हम सब का दायित्व है।
संत श्री देवस्वरूपानंद जी महाराज ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि चलो मंदिर चले। इस अभियान के साथ बच्चों में धार्मिक संस्कारों के प्रति जागरूक करना पड़ेगा।  
स्वागत उद्बोधन में समिति अध्यक्ष कन्हैयालाल मौर्य ने कहा कि सबसे प्राचिन सनातन धर्म जिसने दुनिया का मार्ग दर्शन दिया। वही सनातन धर्म समाज आज स्वतंत्र भारत में अपने संस्कारों को खोता जा रहा है। संत समाज हमारे भटके हुए सनातन समाज को संस्कारों का ज्ञान देने के लिए आगे आकर मार्गदर्शन करे तभी समाज में बदलाव आ सकता है।
समाजसेवी अनिल झालानी ने सनातन धर्म का प्रचार करने और बच्चों को भी दायित्व सोंपने का आव्हान किया।
इस अवसर पर श्री बद्रीनारयण सेवा ट्रस्ट अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र शर्मा, सनातन धर्म सभा एवं महारूद्र यज्ञ समिति महिला अध्यक्ष राखी व्यास, पूर्व महापौर शैलेन्द्र डागा, प्रेम उपाध्याय, बजरंग पुरोहित,मनोहर पोरवाल, नवनीत सोनी, पं. रामचन्द्र शर्मा, सत्यदीप भट्ट, गोपाल जवेरी, रमेश व्यास, पुष्पेन्द्र जोशी, बृजेन्द्र नन्दन मेहता, कपूर सोनी, बद्रीलाल परिहार, अरूण राव, सुरेश पापटवाल, हरिश सुरोलिया, सत्यनारायण पालीवाल, बद्रीलाल भगत, अरविंद सोनी, चेतन शर्मा, सुरजमल टांक, कैलाश भईड़ा, संरक्षक ताराबेन सोनी, आशा उपाध्याय, हंसा व्यास, किरण सोनी, राधा पोरवाल, सरोज सोनी सहित बड़ी संख्या में महिला पुरूष उपस्थित थे।  

error: Content is protected !!