BBC टाइम्स इन उज्जैन 30 जनवरी।
उज्जैन शहर विकास के पॉयदान पर निरन्तर बढ़ रहा है . इसी क्रम में महाकाल रुद्रसागर एकीकृत विकास एजेंसी के तत्वावधान में नए सोपान, विकास की विस्तृत योजनाएं आकार ले रही हैं. विस्तृत परिसर में दर्शनार्थीगण की जिज्ञासा के साथ ही उज्जयिनी के धार्मिक, सांस्कृतिक, पौराणिक व ऐतिहासिक महत्व को बताने हेतु प्रशिक्षित गाइड की व्यवस्था प्रस्तावित है.
मंदिर प्रशासक श्री नरेंद्र सूर्यवंशी ने कहा कि हमारी सांस्कृतिक विरासत के स्तंभ, तप-जप-साधना व आध्यात्मिकता के हमारे केंद्र, आने वाली पीढ़ियों के लिए धरोहर के रूप में हज़ारों वर्षोँ तक मूल स्वरूप में सुरक्षित रहें यह हमारा कर्त्तव्य व जिम्मेदारी दोनो हैं. आगन्तुक अतिथि गण को मंदिर,अन्य धार्मिक केंद्र के साथ ही उज्जयिनी के प्राचीन इतिहास व महत्व को समझाने हेतु गाइड व्यवस्था के लिए आवेदन पत्र मंगाए गए हैं जिसका अच्छा रिस्पॉन्स मिला है. हमारी भूमिका चयनित, योग्य आवेदकों को पर्याप्त प्रशिक्षण देना ही है जिससे वे आगन्तुक अतिथियों के चाहे जाने पर उन्हें महत्वपूर्ण जानकारियां दे सकें. यह किसी भी प्रकार से मंदिर का रोजगार अथवा अनुबंध न होकर पूर्णतः स्वेच्छिक सेवा होंगी. पैनल के गाइड व दर्शनार्थीगण सभी को मंदिर प्रवेश आदि के सभी सामान्य प्रचलित नियमों व व्यवस्थाओं का पूर्ण पालन करना होगा। गाइड होने से किसी भी प्रकार की प्रवेश आदि हेतु विशेष पात्रता नही होगी, यह सभी ध्यान रखें। प्रशासकजी ने आगे बताया कि हम मंदिर के सत्कार कक्ष व अतिथि निवास् के सेवकों को भी प्रशिक्षित करना चाहते हैं. जिससे आगन्तुक श्रद्धालू
“” अतिथि देवो भव “”के सुखद अनुभव अपने साथ ले जावेंगे।