Tue. Jun 24th, 2025


                                                                           
*B B C टाइम्स इन* रतलाम 11 जनवरी श्री सनातन धर्मसभा एवं महारूद्र यज्ञ समिति के तत्वावधान में त्रिवेणी के पावनतट पर चल रहे 67 वें महारूद्र यज्ञ में यज्ञाचार्य पं. दुर्गाशंकर औझा एवं 21 भूदेवों के सानिध्य में यजमान वीना कुन्दन सोनी द्वारा यज्ञशाला में स्थापित देवताओं का पूजन व यज्ञ हवन कुण्ड में आहुतियां दी जा रही है। यज्ञ जैसे जैसे महारूद्र यज्ञ अपनी परवान चढ़ रहा है वैसे वैसे हवनकुण्ड में आहुतियों के साथ अग्नि की ज्वाला भी ऊंची उठ रही है। यज्ञशाला की परिक्रमा का लाभ उठाने दिनभर धर्मालुजनों का करने का तांता लगा रहता है। रविवार को यज्ञनारायण भगवान की महाआरती में सर्वब्राह्मण महिला सभा ने भाग लिया। महाआरती के बाद सभी धर्मालुजनों ने यज्ञशाला की परिक्रमा कर धर्म लाभ लिया। महाआरती के बाद प्रसादी वितरण कार्यक्रम में श्री नित्यानंद मेकल ग्रुप के लगभग ५० कार्यकर्ताओं ने अपनी सेवाएं दी।
समिति अध्यक्ष कन्हैयालाल मौर्य ने बताया कि 12 जनवरी को दोपहर 3 बजे यज्ञशाला से महादेव की जलाधारी की रथयात्रा निकाली जाएगी। जो मेला परिसर होते हुए भैरवनाथ मंदिर पहुंचेगी। यहां भैरूजी का पूजन किया जाएगा।


13 जनवरी बुधवार को अमावस्या के अवसर पर दोपहर 2 बजे गंगाजल कलश यात्रा का आयोजन कर आद्यगुरू शंकरचार्य प्रतिमा का जलाअभिषेक किया जाएगा। साथ ही 68 वें महारूद्र यज्ञ के यजमान का नाम ड्रा द्वारा निर्धारित किया जाएगा। 14 जनवरी गुरूवार को दोपहर 3 बजे यज्ञ की पूर्णाहुति एवं महाआरती होगी।
इस अवसर पर संरक्षक कोमलसिंह राठौर, रमेश व्यास, लालचंद टांक, गोपाल जवेरी, हरसहाय शर्मा, गोपाल घुघंरूवाल, नवनीत सोनी, प्रेमजी उपाध्याय, मनोहर पोरवाल, मनोज शर्मा, सत्यनारायण पालीवाल, बंशीलाल शर्मा, महेश बाहेती, सतीश भारतीय, नरेन्द्र जोशी गुल्लु, पुष्पेन्द्र जोशी, ब्रजेन्द्र नंदन मेहता, बाबुलाल त्रिपाठी, रामचन्द्र पण्डया आदि उपस्थित थे।

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