*B B C टाइम्स इन* रतलाम,21दिसम्बर बिलपांक थाना क्षेत्र अंतर्गत हाईवे पर हुए गोलीकांड का रतलाम पुलिस ने खुलासा कर दिया है।पुलिस के अनुसार घायल युवक ने स्वयं ही गोली मारकर आत्महत्या का प्रयास किया था।
सोमवार को पुलिस कंट्रोल रूम पर एसपी गौरव तिवारी ने पत्रकार वार्ता में पूरे मामले की जानकारी दी। एसपी ने बताया कि 03 अक्टूबर 2020 को फरियादी शेल्डन एन्थोनी उम्र 30 साल निवासी शक्तिनगर रतलाम ने रिपोर्ट किया था कि वह रतलाम से बाईक से बडनगर फायनेंस कार्यालय हाईवे रोड से जा रहा था। बिलपांक फंटे के आगे एक बाइक पर दो व्यक्ति पीछे से आए और एक ट्रक को ओवर टेक करने में बाइक से हल्के से टकरा गए। इस पर दोनों के मध्य बोलाचाली हो गई और मोटर सायकल पर पीछे बेठे व्यक्ति ने जेब से कट्टा निकाला और जान से मारने की नियत से शेल्डन पर फायर कर दिया, जिससे उसे सामने पेट मे गोली लगी। दोनो आरोपी वहा से बदनावर तरफ भाग गये ।
रिपोर्ट पर से थाना बिलपांक पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 307,34 का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया । विवेचना के दौरान सायबर सेल रतलाम की मदद से फरियादी की लोकेशन प्राप्त कर जानकारी ली गई। पुलिस जांच और मेडिकल रिपोर्ट में जो बात सामने आई उसने पुलिस को भी चौंका दिया। जिसके बाद पुलिस ने जब फरियादी से फिर से कथन लिए तो उसने पूरी घटना बताई। बाद मे फरियादी शेल्डन को तलब कर पूरक कथन लिये गये तथा फरियादी शेल्डन व साक्षी चिरंजीव जादव के धारा 164 जा.फौ. के न्यायालय रतलाम में कथन कराये गये ।
पुलिस के अनुसार यह हुआ घटनाक्रम
पुलिस के अनुसार कथन में फरियादी ने बताया कि कोरोना से पहले फायनेंस कम्पनी से उसे मैनेजर के पद पर रखा गया था। जिस पर उसकी सैलरी 45,000 रूपये मिलती थी।लॉकडाउन होने के उपरान्त सैलेरी में लगातार कमी होने लगी तथा घटना के समय सैलेरी 25,000 रूपये हो गई थी । पुलिस के अनुसार शेल्डन ने बताया कि कोरोना तथा सैलेरी के कम होने से न तो वह अपना हाऊस लोन भर पा रहा था न अपने आपको संभाल पा रहा था और न ही अपने परिवार को सपोर्ट कर पा रहा था। लगातार सैलेरी कट डाउन से वह क्रेडिट कार्ड का बिल और जो पैसे बाजार से उठाये थे उनको नहीं दे पा रहा था। शेल्डन ने पुलिस को बताया कि उक्त कारणो से वह डिप्रेशन में चला गया था । उसके पिताजी की पहले ही मृत्यु हो गई थी, समझ में नहीं आ रहा था कि मै क्या करू? मै अपने भाई ऐरिक एन्थोनी की भी मदद नहीं कर पा रहा था। उक्त सभी बातो को सोचकर वह डिप्रेशन में चला गया था। फरियादी ने कथन में बताया कि ‘मुझे एक यही रास्ता समझ में आया कि मैं अपने आपको गोली मारकर आत्महत्या कर लूँ । मुझे कुछ न समझ आने के कारण ही अपने आपको गोली मार ली थी’ । जिस पिस्टल से गोली मारी थी, उसे पुलिस द्वारा जप्त की गई हैं। घटना के साक्षी चिरंजीव जादव ने अपने कथनो में बताया है कि घटना के पुर्व शेल्डन एन्थोनी बडवानी आये थे और सिंघाना जिला धार से पिस्टल और राऊण्ड खरीदकर ले गया था।
पुलिस ने बताया कि फरियादी व साक्षी चिरंजीव के कथनो से फरियादी शैल्डन के साथ कोई घटना किसी अन्य बदमाशो द्वारा नहीं की गई है । फरियादी ने अपने कथनो मे बताये गये कारणो से परेशान होकर आत्महत्या करने के लियें स्वयं गोली पेट में मारी ।मामले में विवेचना एवं धारा 164 जा.फौ. के कथनो से एवं फरियादी को पेट आई हुई चोट का मेडिकल विशेषज्ञों से राय लेने पर भी यह तथ्य स्पष्ट हुआ कि फरियादी को आई हुई चोट स्वयं द्वारा पहुंचाने पर ही संभावित हैं। इस प्रकार फरियादी द्वारा की गई रिपोर्ट असत्य पायी गयी है। फरियादी का थाना बिलपांक एवं जिला रतलाम में पूर्व से कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं हैं।
पुलिस के अनुसार फरियादी के विरुद्ध धारा 309, 182, 211, 201 भादवि. एवं 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत, आत्महत्या का प्रयास करना, साक्ष्य छुपाना झूठी रिपोर्ट दर्ज करना एवं अवैध हथियार खरीद कर उसका उपयोग करने के गिरफ्तार किया जाकर अग्रिम कार्यवाही की जा रही हैं।
प्रकरण का खुलासा करने तथा वास्तविकता के आधार पर निराकरण में सराहनीय भूमिका
पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी एवं अति. पुलिस अधीक्षक डॉ. इंद्रजीत बाकलवार के निर्देशन एवं अनुविभागीय अधिकारी (पु.) रतलाम ग्रामीण मानसिंह चौहान के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी बिलपांक द्वारा वस्तुस्थिति ज्ञात की जाकर हत्या के प्रयास जैसे गंभीर अपराध का पर्दाफाश किया हैं। प्रकरण में उप निरीक्षक कैलाशचंद मालवीय, प्रधान आरक्षक लक्ष्मीनारायण थाना सैलाना, आरक्षक नीरज त्यागी, थाना बिलपांक की महत्वपूर्ण भूमिका रही हैं।