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बीबीसी टाइम्स इन उज्जैन 9 नवंबर 2025

उज्जैन। संतराम सिन्धी कालोनी स्थित प्रदेश की सबसे बड़ी भगवान झूलेलाल की प्रतिमा का स्थल अब श्रद्धालुओं के बीच आस्था का बड़ा केंद्र बन चुका है। उज्जैन की पहचान बन चुका सिन्धी कालोनी का प्रतिमा स्थल देश विदेश सहित समस्त सिन्धी समाज के साथ साथ अन्य लोगो मे भी मुख्य दर्शनीय स्थल का स्वरुप ले चुका है कई शहरो से दर्शनार्थी यहा आकर भगवान की विशालकाय प्रतिमा के दर्शन कर स्वयं को धन्य अभिभुत करते है। प्रतिदिन यहा सेवा प्रकल्प के रुप मे नियमित आरती व प्रसादी वितरण का आयोजन समाज सेवी महेश सितलानी एवं उनकी टीम द्वारा किया जाता है। उनकी समिति की देखरेख मे ही उद्यान मे झुले,कुर्सिया,एवं छायादार वृक्षो के साथ साथ समूचे उद्यान मे प्रशासनिक सहयोग के अतिरिक्त उचित लाईट की व्यवस्था भी की गई है जिससे यहा आने वाले दर्शनार्थियो को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। प्रतिमाह चंड उत्सव के दौरान यहा गठित समिति के द्वारा आरती पल्लव व आसपास की महिलाओ के द्वारा भगवान के लिये विशेष भोग तैयार किये जाते है जो की भक्तो के बिच उत्सव से कम नही होते।

युवा पीढ़ी को सनातन से जोड़ा
प्रतिमा स्थापना से लेकर पिशले तीन वर्षो मे महेश सितलानी एवं उनकी टीम द्वारा चेटीचंड उत्सव के अतिरिक्त कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गए है जिसमे सिन्धी समाज के सन्तो के कट आउट से लेकर तो अयोध्या का राम मन्दिर निर्माण आज तक भक्तो मे स्मरण का मुख्य विषय बन चुका है। फिल्मी हस्तियो के आगमन से लेकर सिन्धी समाज के कई कलाकारो ने अपनी प्रस्तुतियो से प्रतिमा स्थल को महाकल लोक की तर्ज पर झूलेलाल लोक का स्वरुप प्रदान किया है जो की आने वाली युवा पीढ़ी को सनातन से जोड़ने का एक बड़ा जरिया बन चुका है।
बनी रहती है चहलकदमी
प्रतिदिन संध्या आरती के दौरान भक्तो मे प्रतिमा स्थल पर सिन्धी समाज के साथ साथ अन्य समाज के लोगो का भी आगमन होता है जिससे सम्पुर्ण स्थल अध्यात्म से ओतप्रोत हो जाता है झुले चकरी लगे होने से देर रात तक लौग बच्चो संग यही डटे रहते है जो की एक मनोरंजन का भी पर्याय है प्रतिमा स्थापना से आए दिन क्षेत्र मे उत्सव जैसा माहौल बना रहता है जिससे यहा लोगो की चहल कदमी भी बनी रहती है।

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