बीबीसी टाइम्स इन उज्जैन 26 नवंबर 2022
उज्जैन। बाबा महाकाल के सेनापति एवं उनके ही रोद्र अवतार श्री काल भैरव मंदिर पर अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है माननीय कलेक्टर द्वारा मंदिर के जीर्णोद्धार को लेकर कितनी ही व्यवस्था क्यो न जुटाई जा रही हो लेकिन प्रत्यक्ष रूप से धरातल पर माजरा कुछ और ही है। हमारे प्रतिनिधि द्वारा जब मंदिर की व्यवस्थाओं एवं श्रद्धालुओं की सुविधाओं की जानकारी ली गई तो सामने आया कि मंदिर में कई अव्यवस्थाएं हैं सबसे बड़ी समस्या मंदिर का प्रवेश एवं निर्गम द्वार एक ही होना है श्रद्धालु मंदिर के अंदर बाहरी क्षोर से बैरिकेडिंग से होते हुए जब अंदर प्रवेश करता है तो प्रवेश द्वार छोटा होने से लाइन क्रमबद्ध रूप से नहीं लग पाती है। वही निर्गम द्वार के पास मे ही फुटकर व्यापारियो द्वारा मार्ग को अवरुद्ध कर दिया गया है जिससे श्रद्धालुओं को काफी परेशानी होती है।
मंदिर क्षेत्र में ही निर्माण कार्य होने से पार्किंग को लेकर विवाद की स्थिति बन रही है तो वही कुछ मंदिर समिति के कर्मचारी भी बाहरी व्यक्तियों के साथ मिलकर श्रद्धालुओं से अभद्रता करते हुए देखे गए जब हमारे प्रतिनिधि द्वारा सुरक्षाकर्मियो से इस विषय पर चर्चा की गई तो उन्हें भी मुख्य द्वार से कवरेज करने से रोका गया मामले मे जब प्रशासक केसी तिवारी को फोन पर अवगत कराया तो वे भी बाहर होने का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ने लगे व मुख्य प्रबंधक श्री मती संध्या मारकंडेय से चर्चा करने का कहने लगे ।इस प्रकार से फैली अव्यवस्थाओं के बीच श्रद्धालु अपने आराध्य देव की एक झलक पाने के लिए परेशान हो रहे हैं स्थानीय जिला प्रशासन को उक्त विषय पर संज्ञान लेते हुए व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी करने चाहिए ताकि बाहरी श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाएं आहत ना हो और वे उज्जैन दर्शन के दौरान अच्छे मनोविचार लेकर जाये। जिससे इस पुण्य धरती पर अतिथी देवो भव की परम्परा सदैव जनमानस के मन मे विराजमान रहे।