
BBCTimes in Ratlam |16 नवम्बर 2022 | शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रतलाम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं महान जननायक बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया गया l इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर. के. कटारे ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बताया कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती भारत सरकार द्वारा जनजातियों के गौरव दिवस मनाने के पीछे जो उद्देश्य है इससे निश्चित रूप से आदिवासियों का उत्थान होगा, मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित डॉ. सौरभ गुर्जर ने भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित विविध पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए भगवान बिरसा मुंडा को आदिवासी अभ्युदय के अग्रदूत धर्म संस्कृति और राष्ट्र रक्षा के प्रतीक तथा भारतीय इतिहास में आदिवासी समाज के योगदान की विस्तार से सारगर्भित जानकारी दीl उन्होंने बताया कि हमें देश के आदिवासी क्रांतिवीर बिरसा मुंडा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के अमर संदेशों को अपने जीवन में उतार कर अपना पथ प्रशस्त करना चाहिए l भगवान बिरसा मुंडा ने जनजातियों के सांस्कृतिक पुनरुत्थान पर जोर दिया एवं मात्र 25 वर्ष की आयु में ही समुदाय के लोगों द्वारा भगवान के रूप में स्थान प्राप्त किया एवं सीमित संसाधनों के बावजूद भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों से लोहा लिया तथा मातृभूमि ,जल, जंगल और जमीन की रक्षा की l इस अवसर पर वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सुषमा कटारे ने अपने उद्बोधन में कहा की जो व्यक्ति अपने संस्कृति , संस्कार एवं मातृभाषा को साथ में रखता है वह हमेशा सम्मानीय एवं उच्च पद को प्राप्त करता है कार्यक्रम में बिरसा मुंडा तथा उनके जीवन पर आधारित आलेख को भी विद्यार्थियों से प्राप्त किया है शासन की मंशा अनुसार चयनित आलेख को महाविद्यालय स्तर पर सम्मानित करने की घोषणा भी की गई l आयोजित कार्यक्रम में डॉ. मधु गुप्ता, डॉ. एम. एल. गांगले , डॉ. सारा अतारी, डॉ. मंगलेश्वरी जोशी की उपस्थिति ने कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की l कार्यक्रम में उपस्थित सभी छात्राएं बिरसा मुंडा के जीवन से जुड़े अनछुए पहलुओं को जानकर प्रेरित और कृतज्ञ नजर आए l कार्यक्रम का संचालन डॉ. रोशनी रावत एवं आभार डॉ. नीलोफर खामोशी द्वारा आभार व्यक्त किया गया l
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