*B B C टाइम्स इन* रतलाम/उज्जैन 21अक्टूबर अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष एवं युवा शिवसेना गोरक्षा न्यास के संस्थापक मनीष सिंह चौहान पर दर्ज हुए फर्जी मुकदमे से रतलाम अखिल भारत हिंदू महिला महासभा की जिलाध्यक्ष भारती यादव के नेतृत्व में उज्जैन संभाग आईजी के नाम नगर पुलिस अधीक्षक श्री हेमन्त चौहान को ज्ञापन सोपा ।
जानकारी के अनुसार मनीषसिंह चौहान हरिशसिंह चौहान पिता श्री पृथ्वीपालसिंह चौहान निवासी वीर दुर्गादास मार्ग , बिलोटीपुरा धारामण्डी उज्जैन का निवासी होकर निवेदन है कि यह कि विगत 5 माह पूर्व पुलिस थाना जीवाजीगंज में फर्जी पट्टा बनाकर प्रधानमंत्री आवास का लाभ लेकर धारा 420 व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था । मुकदमे में दर्शाया गया था कि एस.डी.एम. कार्यालय में इन्द्राज ( रिकार्ड ) नहीं पाए जाने पर अपराध पंजीबद्ध किया जाना बताया गया था ।। 2 यह कि मनीषसिंह उर्फ हरिशसिंह चौहान पत्नी आरती चौहान को म.प्र सरकार द्वारा सन् 2008 में एक पट्टा जारी हुआ था , जिसका इन्द्राज नियमानुसार प्रतिलिपि दायरा वर्ष 2007-08 न्यायालय अनु अधिकारी महोदय के रिकार्ड में क्र . 33 दिनांक 30.09.2008 को अकित है । ऐसी स्थिति में पुलिस जवाजी द्वारा बिना जांच करें मामला दर्ज कर लिया गया है । मनीषसिंह चौहान अखिल भारत हि महासभा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष म.प्रः युवा शिवसेना गोरक्षा न्यास के संस्थापक व प्रदेश अध्यक्ष व हिन्दूवादी नेता के रूप में जाने जाते है । भूमाफियाओं द्वारा षडयंत्र कर अपराध पंजीयन कराया गया था , जो कि गलत है । ज्ञापन के साथ इन्द्राज की प्रमाणित प्रति सौपी रही है जिसमें आरती पति हरिश रिकार्ड में अंकित है । जिससे यह प्रमाणित होता है कि उनके रिकार्ड 14 वर्ष पूर्व ही रिकार्ड में अंकित था । यह कि इस प्रकार मामले की निष्पक्ष जांच कर मामले में खात्मा रिपोर्ट लगाई जाये । यह कि भूमाफियाओं द्वारा सर्व क्रमांक 716/1 जो कि सरकारी भूमि है , सन् 1951 से 2021 तक सरकारी रिकॉर्ड में अंकित है इस भूमि के प्रबंधक उज्जैन एस.डी.एम है , और भूमि सिहस्थ क्षेत्र में आती है इस भूमि का कुल क्षेत्रफल 54 बीघा से अधिक है । ऐसे में भूमाफिया इस भूमि को बेचकर अपना लाभ लेना चाहते है । श्री चौहान द्वारा विगत 2015 से इस भूमि के लिये लगातार शिकायत कर रहे है जिम्मेदार अधिकारी द्वारा अभी तक कोई बड़ी कार्यवाही इसमें देखने को नहीं मिली है ।
यह कि हमारे द्वारा मा मुख्यमंत्री महोदय को सरकारी भूमि के मामले को अवगत कराया गया था , जिसमें मुख्यमंत्री महोदय ने तत्काल उज्जैन कलेक्टर महोदय को जांच के निर्देश दिये थे , जिसकी जाँच उज्जैन एस.डी.एम. संजय साहू के पास अभी विचाराधीन है ।
यह कि नगर पालिका निगम झोन क्रां 1 के अधिकारी द्वारा इस भूमि पर भूमाफियाओं के अधिकारी के सेंटर के है । झोन क यह कि नगर पालिका निगम झोम क का नामान्तरण व नक्शा पास भी कर दिया गया आधार पर ही पुलिस जीवाजीगंज ने अपराध पंजीबद्ध करा है । उसके पूर्व मनीषसिंह चौहान उर्फ हरिशसिंह चौहान को एक नोटिस जारी हुआ था , जिसमें निगम ने यह कहा था कि आपके मकान की एक फिट की गैलेरी अवैध है । इसको हटाई जाये । दूसरे मोटिस में निगम द्वारा यह कहा गया कि आपका मकान अवैध है , आपका पट्टा नकली है । आप इस मकान को रिक्त करके निगम को सूचना करें । इस मामले को जब न्यायालय में स्टे मांगा गया तो माननीय न्यायाय द्वारा स्टे दिया गया और निगम को निर्देश दिये कि अगले आदेश तक आप इनको इस घर से नहीं हटा सकते । जैसे ही जानकारी निगम झोन क के अधिकारी को लगी और पुलिस को चौहान के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कर लिया गया । अगर पुलिस के पास दो माह पूर्व ही निगम का नोटिस पहुंच चुका था । जब पुलिस ने एस.डी.एम. कार्यालय के सन् 2007-08 के दायरे की जांच सही से की होती तो आज उनके खिलाफ झूला मुकदमा दर्ज नहीं होता . झूठा मुकदमा दर्ज होने से श्री चौहान की शहर में छवि को धूमिल करने का भूमाफियाओं का षडयंत्र सफल रहा । ऐसे में मामले की स्पष्ट जान होना चाहिए । लॉकडाउन के 7 . यह कि राज्य सरकार द्वारा जब पट्टे का रिकार्ड बढाया जाता है तो किसी भी एक व्यक्ति के नाम होता है , खासतौर पर महिलाओं के नाम । सन् 2008 के इन्द्राज में भी आरती पति हरिश का नाम अंकित है । इससे मामले की जांच पुलिस थाना जीवाजीगंज से ढंग से नहीं की । नगर पालिका निगम और पुलिस की गलती के कारण आज मनीषसिंह चौहान व उनका परिवार विगत छह माह से परेशान हुए । अपराध पंजीबद्ध होने के बाद मा मुख्यमंत्री जी के नाम भी ई – मेल के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया था , जिसमें भी मुख्यमंत्री जी ने गृह विभाग जो उज्जैन कलेक्टर को मामले की जांच के निर्देश भी दिए थे . वह जांच भी अभी विचाराधीन है । 8 . उज्जैन में सरकारी भूमि व सिंहस्थ भूमि को लेकर लगातार श्री उज्जैन जिला कलेक्टर श्री आशीषसिंह द्वारा मुहिम चलाई जा रही है , वही भूमाफियाओं उज्जैन शहर के बीच में 154 बीघा जमीन को हड़पना चाहते है । इसमें नगर पालिका निगम के अधिकारी भी मिले हुए है । हम माननीय उज्जैन कलेक्टर महोदय से भी यह अनुरोध करते है कि मामले को संज्ञान में लेकर इसकी जांच हो । क्योंकि हमारे द्वारा ज्ञापन के माध्यम से उस भूमि के समस्त दस्तावेज जिला कलेक्टर महोदरा और रजिस्ट्रार महोदय को सौपा जा चुका है । सरकारी भूमि का विक्रय किस आधार पर हुआ । इसकी जांच होना चाहिए । वर्तमान में उस भूमि की कीमत जो भूमाफिया लगाते है , 4000 रुपये वर्गफिट है , वैसे में 54 बीघा की जमीन आज की स्थिति
अरबों रुपये की है । ऐसे भूमाफिया और जमीन बेचने वाले और झोन को 1 के अधिकारी , सबके खिलाफ अपराध पंजीबद्ध होना चाहिए और जमीन को मुक्त कर उस पर सरकार को जमीन वापस अपने कब्जे में लेना चाहिए । ज्ञापन के साथ प्रमाणित प्रति संलग्न है ।
ज्ञापन में मौजूद महिला महासभा जिला अध्यक्ष भारती यादव,प्रदेश संगठन मंत्री मंगल सिंह डाबी, युवक हिंदू महासभा प्रदेश मीडिया प्रभारी भरत शर्मा, हिंदू महासभा नगर अध्यक्ष अमन जैन सिसोदिया एवं समस्त कार्यकर्ता उपस्थित थे