BBC टाइम्स इन उज्जैन 26 अक्टूबर।
उज्जैन।उत्सवों के बगैर जीवन बेरंग है। कोरोना ने बेशक हमारे जीवन के उत्सवों में खलल डाला हो, लेकिन बच्चों ने उत्सवों में अपनी मौज मस्ती के रास्तों को खोज निकाला है। दशहरे के अवसर पर रावण दहन के बड़े आयोजन नहीं हुए तो उज्जैन शहर के सिन्धी कालोनी के छोटे-छोटे बच्चों ने अपने स्तर पर ही रावण दहन करने की ठान ली। सुबह की बच्चों की मंडली रावण बनाने में जुट गई और शाम का इंतजाम करने लगे।
शाम को सभी बच्चे गली में एकत्रित हुए ओर नये नये परिधान पहनकर छोटे छोटे फटाके,फुलझड़ी,चकरी व अनार जलाकर आतिशबाजी करने लगे। बच्चों का जुनून सातवें आसमान पर था। सभी बच्चों ने जमकर मस्ती करते हुए कोरोना मुक्ति की बाते भी की ओर “गो कोरोना” की तख्तिया हाथो मे पकड़कर दशहरे पर असत्य पर सत्य की जीत का ओर कोरोना से मुक्ति का शानदार संदेश पेश कियाऔर फिर आखिर में रावण का दहन कर बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया।