*तुषार शर्मा की रिपोर्ट*
*B B C टाइम्स इन* रतलाम 25 जुलाई हिंदू धर्म की मान्यता अनुसार गुरु और शिष्य का प्रेम मिलाप का पर्व गुरु पूर्णिमा सम्पूर्ण देश में बड़ी धूम धाम ओर बड़े ही उमंग उत्साह से मनाया गया । गुरू पूर्णिमा उन सभी आध्यात्मिक और अकादमिक गुरूजनों को समर्पित परम्परा है जिन्होंने कर्म योग आधारित व्यक्तित्व विकास और प्रबुद्ध करने, बहुत कम अथवा बिना किसी मौद्रिक खर्चे के अपनी बुद्धिमता को साझा करने के लिए तैयार हों। इसको भारत, नेपाल और भूटान में हिन्दू, जैन और बोद्ध धर्म के अनुयायी उत्सव के रूप में मनाते हैं । गुरु पूर्णिमा हिंदू धर्म में शिष्य और गुरु के मध्य प्रेम मिलाप का प्रतीक है। इस दिन कई लोग अपने गुरु जानो का आशीर्वाद लेते है और जीवन में सुख समृद्धि की ओर उन्नति करते की कामना करते हैं।
ऐसे ही नगर के कार्तिक अखाड़े पर भी गुरु पूर्णिमा बड़ी धूम धाम से मनाई गई पूजन कर भोजन प्रसादी का आयोजन भी किया गया । जिस अवसर पर अखाड़े के सदस्यों ने कार्तिक अखाड़े के संचालक और धर्म ध्वजा के संयोजक गुरु सत्यनारायण शर्मा सत्तू पहलवान का साफा और पुष्प माला पहनाकर सम्मान किया गया । इस अवसर पर कार्तिक अखाड़े के समस्त सदस्य मौजूद रहे ।