*तुषार शर्मा की रिपोर्ट*
*B B C टाइम्स इन* रतलाम खाचरोद 23 जुलाई –– गुरू पूर्णिमा उन सभी आध्यात्मिक और अकादमिक गुरूजनों को समर्पित परम्परा है जिन्होंने कर्म योग आधारित व्यक्तित्व विकास और प्रबुद्ध करने, बहुत कम अथवा बिना किसी मौद्रिक खर्चे के अपनी बुद्धिमता को साझा करने के लिए तैयार हों। इसको भारत, नेपाल और भूटान में हिन्दू, जैन और बोद्ध धर्म के अनुयायी उत्सव के रूप में मनाते हैं । गुरु पूर्णिमा हिंदू धर्म में शिष्य और गुरु के मध्य प्रेम मिलाप का प्रतीक है। इस दिन कई लोग अपने गुरु जानो का आशीर्वाद लेते है और जीवन में सुख समृद्धि की ओर उन्नति करते है
खाचरोद में भी गुरु पूर्णिमा के अवसर पर खेड़ापति हनुमान मंदिर में गुरु मंगल दास महाराज और प्रहलाद गुरु का स्वागत समारोह आयोजित किया गया । ओर विजय गुर्जर मित्र मंडल द्वारा भोजन प्रसादी का वितरण किया गया ।
स्वागत समारोह में मुख्य रूप से गोपाल चौधरी, गिरधारी चौधरी, रमुलाल, जगदीश सोलंकी,शंभु डीलर, मोहन गोपाल चौधरी आदि उपस्थित रहे