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BBC टाइम्स इन उज्जैन 21अक्टूबर।

उज्जैन।नीलगंगा थाना क्षेत्र की न्यू इंदिरानगर कॉलोनी में नशेड़ी किराएदार ने ही मकान मालिक के आठ साल के बेटे का अपहरण कर लिया। उसके साथ दुष्कर्म करने के बाद कमरे में एक हाथ से उसका मुंह दबाया व दूसरे हाथ से गर्म पानी की राड से करंट देकर बालक की निर्दयतापूर्वक हत्या कर दी।

बच्चे के शव को बिस्तर में लपेटकर छिपा दिया और परिजन और पुलिस के साथ तीन घंटे तक उसकी खोजबीन में भी लगा रहा। सुबह होते ही घर से फरार हो गया और पेड़ पर फंदा डालकर खुद ने भी आत्महत्या कर ली।

न्यू इंदिरानगर निवासी दिव्यांग मुकेश प्रजापत का बेटा कान्हा उर्फ कृष्णा 8 साल सोमवार शाम 6 बजे के लगभग घर के आंगन में ही बच्चों के साथ गरबा खेल रहा था। उसे बहाने से किराएदार सुनील 25 साल निवासी खाचरौद ने कमरे में बुलाया और फिर नशे की हालत में दुष्कृत्य करने के बाद बालक को मार डाला।

रातभर एडिशनल एसपी अमरेंद्रसिंह चौहान नीलगंगा पुलिस और परिजन बालक की तलाश में जुटे थे। मंगलवार सुबह किराएदार के कमरे से बालक का शव मिलते ही आईजी राकेश गुप्ता, डीआईजी मनीष कपूरिया समेत नवागत एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला घटना स्थल पर जांच को पहुंचे।

आईजी गुप्ता ने खुद आरोपी के कमरे की तलाशी ली। पानी गर्म करने की राड जब्त कराई। एफएसएल अधिकारी डॉ. प्रीति गायकवाड़ ने घटनास्थल से आरोपी के कपड़े जब्त किए। डीएनए के लिए सैंपल भी लिया गया।

अन्य किराएदारों ने कहा- तीन दिन से काम पर भी नहीं जा रहा था आरोपी

घटनास्थल पर एडिशनल एसपी रुपेश द्विवेदी ने मकान मालिक मुकेश उसकी पत्नी कंचन समेत वहां रहने वाले अन्य किराएदारों से जानकारी ली। आरोपी सुनील को लेकर पड़ोस में रहने वाली शीला ने बताया वह झाड़ू पोछे का काम करती है।

रात आठ बजे घर आने के बाद कान्हा के लापता होने का मालूम हुआ तो खोजबीन में लग गए। हमारे साथ सुनील भी था। रात में उसके कमरे में जाकर सो गया, इसलिए कोई शक नहीं हुआ। उसके कमरे से चिल्लाने की आवाज भी नहीं आई। तीन दिन से वह काम पर भी नहीं जा रहा था। मकान मालिक के चार बच्चे हैं, जिसमें दो लड़की है। दूसरी कक्षा में पढ़ने वाला कान्हा सबसे बड़ा था।

आत्महत्या से पहले आरोपी ने शराब पी

आरोपी सुनील खाचरौद का निवासी था और मिस्त्री का काम करता था। नशे की आदत के चलते ही घर वालों ने उसे निकाल दिया था। दो साल पहले वह न्यू इंदिरानगर में रहने वाले दिव्यांग मुकेश प्रजापत के यहां किराए से रहने आया था। उसने मुकेश के परिवार से अच्छा मेलजोल बढ़ा लिया। अक्सर उनकी किराना दुकान पर बैठता था।

घर पर टीवी देखने के बहाने आ जाता। इसी कारण उनसे बालक कान्हा उर्फ कृष्णा घुलमिल गया था। उसके कमरे पर भी बालक खेलने चला जाता था। बालक की हत्या के बाद फरार सुनील ने मंगलवार को भैरवगढ़ क्षेत्र में जाकर शराब पी। उसकी लोकेशन ट्रेस करते हुए साइबर सेल प्रभारी विक्रम चौहान भैरवगढ़ पहुंचे।

यहां कुछ मजदूरों ने उसका फोटो देख कहा वह शराब पीकर अभी गया है। मोबाइल लोकेशन की मदद से पुलिस दोपहर में अंबोदिया क्षेत्र पहुंचे, जहां जंगल में पेड़ पर उसका शव फंदे पर लटका मिला। एडिशनल एसपी अमरेंद्रसिंह चौहान ने बताया डॉक्टरों ने बालक के साथ अप्राकृतिक कृत्य की पुष्टि की है और यह लग रह है कि आरोपी ने घटना के बाद ग्लानि के चलते आत्महत्या कर ली।

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