BBC टाइम्स इन उज्जैन 17 अक्टूबर।
उज्जैन।गोपाल मंदिर स्थित पुराने नगर निगम के भवन में नकली शराब का अड्डा चलाने वाले आरोपी गब्बर के जूना सोमवार स्थित मकान को नगर निगम की अतिक्रमण गैंग की टीम ने आज सुबह पहुंचकर बुलडोजर व जेसीबी से जमीन जमीनदोंज कर दिया। जैसे ही टीम जूना सोमवारिया स्थित जानसापुरा क्षेत्र में उसके घर पहुंची तो लोगों में हड़कंप मच गया और टीम ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अपनी कार्रवाई शुरू कर दी। 2 घंटे की कार्रवाई में गब्बर का दो मंजिला मकान मलबे के ढेर में तब्दील हो गया। कार्रवाई के समय मौके पर भारी पुलिस बल तैनात था. वही निगमायुक्त व सीएसपी टीआई सहित कई अधिकारी मौजूद थे लेकिन वहां खड़े कुछ लोग अपनी धीमी जुबां से यह बयां कर रहे थे कि बिल्कुल सही हुआ है
महाकाल थाना इस कार्य में अव्वल.. फिर महज एक थाने (खाराकुआ) के स्टाफ पर ही कार्रवाई क्यों…
नकली शराब के काले कारोबार को करने वाले लोगों का साथ देने वाले खाराकुआ के पुलिस कर्मी के अलावा और भी थाने की पुलिस दोषी है क्योंकि शहर में नकली दारू का एक अड्डा नहीं है ऐसे कई अड्डे हैं नकली दारू के मामले में महाकाल क्षेत्र ज्यादा सुर्खियों में रहा है थाने के पीछे जिस तरह से नकली दारू बनाकर बेची जाती है इसका तरीका इन एजेंटों ने यहीं से सीखा है। लेकिन उसके बाद भी इस थाने के टीआई अरविंद सिंह तोमर सहित सब इंस्पेक्टर गगन बादल सहित कई जिम्मेदार पुलिसकर्मियों को प्रशासन ने बक्श रखा है। यहां गांजे की पुड़िया बेचने का तो लोगों ने अपना पुश्तैनी धंधा बना लिया है और पुलिस को भी इस बारे में जानकारी है।