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*B B C टाइम्स इन* रतलाम 31 मई . रतलाम की जैन हेल्पलाइन नि:स्वार्थ सेवा की मिसाल बन चुकी है। हेल्पलाइन द्वारा रोज वितरित किए जा रहे भोजन के पैकेट की संख्या 1600 तक पहुंच चुकी है। इस पुनीत कार्य मैं सहभागी बनने के लिए रतलाम और आसपास के ही नहीं, सिंगापुर तक के दानदाता आगे आ रहे हैं।

समाजसेवी एवं जैन हेल्पलाइन के महेन्द्र गादिया ने बताया हेल्पलाइन के माध्यम से लॉकडाउन शुरू होने के बाद से ही लोगों को भोजन के पैकेट पहुंचाए जा रहे हैं। इनमें घरों में क्वॉरेंटाइन लोगों के अलावा अस्पतालों में भर्ती मरीजों के ऐसे सेवादार जोक भोजन का प्रबंध नहीं कर सकते, शामिल हैं। इस कार्य को सफल बनाने के लिए दानदाता बढ़-चढ़कर सहयोग दे रहे हैं। यशिका नतीजा है कि जैन हेल्पलाइन द्वारा वितरित किए जाने वाले भोजन के पैकेट पर टिफिन की संख्या 1600 तक पहुंच चुकी है।

समाजसेवी दादिया ने बताया अभी सिंगापुर निवासी मनोरमा बाई वागरेचा
मेमोरियल ट्रस्ट खवासा वाले ने सिंगापुर से बात की। उन्होंने हेमंत मोदी व सुभाष बोथरा के माध्यम से जैन हेल्पलाइन को राशि दान की। दानदाताओं में हेमन्त-राजेश मेहता परिवार, रतनलाल चौपड़ा परिवार, पूनमचंद सुराणा – राजकुमार सुराणा परिवार, बाबूलाल छाजेड़-कांतिलाल छाजेड़ परिवार, कमल बोराणा परिवार समरथमल पावेचा परिवार नामली वाले शिमिल हैं। इन परिवारों द्वारा खाद्य सामग्री और राशि प्रदान की गई।

गादिया के अनुसार शनिवार को प्रीतमनगर के पाटीदार परिवार ने बद्रीलाल पाटीदार के निधन पर कोई कार्यक्रम नहीं किया। उनकी स्मृति में भोजन हेतु उनके पुत्र ओमप्रकाश एवं अरविन्द पाटीदार ने मनोज जैन के माध्यम से आकर जैन हेल्पलाइन को राशि प्रदान की। इसी प्रकार पिछले दिनों शहर के टीआईटी रोड निवासी सराफ परिवार ने भी आगे कोई कार्यक्रम नहीं करने का निर्णय लिया। परिवार के मुकेश व राकेश ने 2 लाख 11 हजार दान राशि जैन हेल्पलाइन को भेंट की।

सेवा भारती और हेल्पलाइन के साथ ही समाज के लोग भी दे रहे योगदान

बता दें कि जैन हेल्पलाइन के इस अभियान में पंचांन ओसवाल बड़े साथ समाज मैं भोजन के पैकेट तैयार किए जा रहे हैं। पैकेट तैयार करने और वितरण के कार्य में सेवा भारती व हेल्पलाइन कार्यकर्ता निरंतर लगे हुए हैं।

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