Sat. Jun 21st, 2025

*तुषार शर्मा की रिपोर्ट*

*B B C टाइम्स इन* रतलाम 10 मई श ह र के हरे भरे प्राचीन धरोहर अमृत सागर तालाब के सौंदर्यकरण के चलाई जा रही धर्म ध्वजा यात्रा के 120 दिवस यानी प्रथम चतुर्मास आज पूर्ण हुआ ।
कार्तिक अखाड़े के संचालक एवं धर्म ध्वजा यात्रा के संयोजक गुरु सत्यनारायण शर्मा सत्तू पहलवान ने बताया कि गढ़ कैलाश महादेव मंदिर स्थित प्राचीन अमृत सागर तालाब के सौंदर्यकरण के लिए राशि मंजूर हो चुकी है किन्तु अभी तक कार्य शुरू नहीं किया गया है । दिन – प्रतिदिन तालाब में रहने वाले जलीय जीव मृत अवस्था में पाए जा रहे है । तालाब के सौंदर्यकरण के लिए धर्म ध्वजा यात्रा निरंतर चलती रहेगी , तालाब के सौंदर्य करण का कार्य पूर्ण नहीं हो जाता तब तक यात्रा निरंतर चलती रहेगी

अमृत सागर तालाब दिखता दूर से ,हरा भरा गार्डन ।

अमृत सागर तालाब मुख्यत : तालाब तो नहीं दिखता किन्तु ज्यादा क्षेत्र इसका हरा भरा मैदान जैसे दिखाई देता है तालाब के समीप गार्डन है जिस वजह से गार्डन ओर तालाब के मध्य अब कोई अंतर नहीं दिखता है । अगर कोई तालाब को ओर गार्डन को दूर से देखेंगे तो तालाब भी आपको गार्डन ही दिखेगा । क्युकी पूरा तालाब जल कुंभी ओर भरी गंदगी से भरा हुआ है ।

बोहरा बाखल क्षेत्र का नाला भी मिलता है ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार अमृत सागर तालाब में बोहरा बाखल क्षेत्र का नाला भी मिलता है । जिससे तालाब की दुर्दशा बहुत ज्यादा खराब हो चुकी है ।

अमृत सागर तालाब किनारे हिन्दू धर्म का धार्मिक स्थल भी मौजूद ।
अमृत सागर तालाब किनारे हिन्दू धर्म के तमाम धार्मिक स्थल स्थित है । यहां कई प्रकार के धार्मिक आयोजन भी होते है । बड़ी संख्या में भक्त आते है , ओर कई बुद्धिजीवी लोग तालाब में देवता की तस्वीर , पूजा का सामान , तालाब में विसर्जित कर देते है ।

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