BBC टाइम्स इन उज्जैन 30 अप्रैल 2021
कोरोना महामारी के दौरान बीमार हो रहे पत्रकारों में से कई का मध्यप्रदेश शासन की योजना के तहत हेल्थ बीमा है जिसमें 2 एवं 4 लाख रूपये तक की राशि इलाज के लिए पत्रकारों को दी जाती है। इस योजना के तहत केशलेस इलाज होता है और प्रारंभ में 10 हजार की राशि अस्पताल में जमा करनी होती है जो बाद में वापस हो जाती है। लेकिन कई अस्पताल वाले यह राशि 20 हजार तक एडवांस ले रहे हैं तथा छुट्टी होने के बाद लौटा भी नहीं रहे हैं। उनका यह बहाना रहता है कि जो दूसरे टैक्स लगते हैं उसमें यह राशि समाहित हो जाती है जबकि इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल द्वारा पूरी नगद एडवांस राशि लौटाई जाती है और पत्रकार पर एक भी रूपये का बोझ नहीं पड़ता।
इंदोर उज्जैन में कुछ निजी अस्पतालों द्वारा यह मनमानी की जा रही है जिसकी सप्रमाण शिकायत ऑनलाईन सिटी प्रेस क्लब द्वारा जनसंपर्क विभाग के आयुक्त सुदामा खाड़े को की जा रही है तथा बीमा कम्पनी एमडी इंडिया को भी अवगत कराया जा रहा है । सिटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष शैलेन्द्र कुल्मी, उपाध्यक्ष जयसिंह ठाकुर, आनंद निगम, सचिव कमल चौहान, कोषाध्यक्ष सचिन कासलीवाल, सहसचिव सुनील मगरिया ने पत्रकारों से अपील की है कि बीमाधारक पत्रकार प्रायवेट अस्पताल में कैशलेस इलाज कराएं और यदि प्रबंधन मना करता है तो संगठन के पदाधिकारियों को सूचित करें।