*B B C टाइम्स इन* रतलाम 21 अप्रैल प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी ने रतलाम मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं एवं वहां आउटसोर्सिंग के माध्यम से रखे जाने वाले कर्मचारियों के वेतन को लेकर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को पत्र लिखा है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री को लिखे पत्र में पूर्व गृह मंत्री श्री कोठारी ने कहा है कि मेडिकल कॉलेजों में आउट सोर्सिग के माध्यम से (ठेकेदार) जो कर्मचारी रखे जाते है उन्हें मात्र 6500/- मासिक दिया जा रहा है। वर्तमान में मेडिकल कालेजो में कोरोना के मरीजो का उपचार हो रहा है ऐसी स्थिति में इतनी कम राशि देना न्यायोचित नही है। ठेकेदार के माध्यम से कार्य करने वाले कर्मचारी एंव उनके परिवार के लोग भयभीत होकर काम कर रहे है। अपने परिवार का पालन पोषण इतनी कम राशि मे मुश्किल हो रहा है। उन्होने अनुरोध किया है कि ठेकेदार के माध्यम से कार्य करने वाले सभी कर्मचारियो को कम से कम कलेक्टर दर पर भुगतान होना चाहियें और कोरोना के मरीजो की सेवा देने वाले ऐसे कर्मियो को अलग से भी प्रोत्साहन स्वरुप राशि दी जाना चाहिये।
भर्ती का मुद्दा उठाया
पत्र में श्री कोठारी ने कहा कि रतलाम मेडिकल कॉलेज मे नर्स एवं डाक्टर की भर्तियां अभी तक नही हो पाई है। इसलिये आग्रह है कि ये नियुक्तियाॅ क्यो नही हुई इसके पीछे क्या कारण रहे और नियुक्तिया नही करने वाले जिम्मेदारों पर कार्यवाही की जावे। अगर सही वक्त पर मेडिकल कॉलेज में स्टाॅफ, नर्स एवं डाक्टर की नियुक्ति हो जाती तो मेडिकल कॉलेज में और अच्छी सेवा प्राप्त हो सकती थी।
रतलाम मेडिकल कॉलेज में आस पास के जिले की काफी अधिक संख्या मे मरीज आ रहे है जिससे व्यवस्थायें कम पड रही है। स्वास्थ्य उपकरण कम है, इसलिये मरीजो का ठीक से उपचार नही हो पा रहा है। आवश्यक उपकरण तत्काल उपलब्ध कराने के आदेश प्रदान करे। रतलाम मेडिकल कॉलेज में 750 बिस्तरो वाले चिकित्सालय अभी तक खुल जाना था। जो कि अभी तक प्रारंभ नही हो पाया है। यदि यह प्रारंभ हो जाता तो यहा पर अन्य रोगो का भी इलाज प्रारंभ हो जाता।