*B B C टाइम्स इन* रतलाम 19 अप्रैल रतलाम कोविड मरीजों के इलाज में लापरवाही और व्यवस्थाओं पर ढीली पकड़ के चलते डॉ. शशि गांधी को शासकीय मेडिकल कॉलेज के डीन पद से हटा दिया गया है। अब उनके स्थान पर डॉ. जितेंद्र गुप्ता को डीन की जिम्मेदारी दी गई है। यह व्यवस्था अस्थायी तौर पर दी गई है।डॉक्टर गुप्ता को नई जिम्मेदारी मिलने से अब अधीक्षक पद पर फॉरेंसिक विभाग के हेड डॉ. प्रदीप कुमार मिश्रा को अधीक्षक बनाया गया है।
डॉ. गांधी को डीन पद से हटाने का आदेश संभागायुक्त संदीप यादव द्वारा रविवार को जारी किया। इसमें बताया गया है कि डॉ. गांधी को 13 अक्टूबर 2020 को रतलाम मेडिकल कॉलेज के डीन पद का प्रभार अस्थायी तौर पर सौंपा गया है। उक्त आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाता है। संभागायुक्त के अनुसार मेडिकल कॉलेज के डीन का प्रभार अस्थायी रूप से डॉ. जितेंद्र गुप्ता को दिया जा रहा है। डॉ. गुप्ता एनॉटॉमी शाखा के प्रभारी होकर अधीक्षक की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। पिछले दिनों डॉ. गांधी के कोरोना पॉजिटिव होने के दौरान भी डॉ. गुप्ता ने डीन की जिम्मेदारी संभाली थी।
बताया जा रहा है कि रतलाम मेडिकल कॉलज में व्याप्त अव्यवस्थाओं की लगातार शिकायतें मिल रहीं थी। पिछले दिनों जिला कोविड प्रभारी एवं प्रदेश के वित्त व आबकारी मंत्री जगदीश देवड़ा के रतलाम प्रवास के दौरान काफी शिकायतें मिलीं थीं। तब मंत्री देवड़ा ने डीन को व्यवस्थाओं में सुधार को लेकर कई निर्देश दिए थे बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ। इसके चलते ही उक्त कार्रवाई हुई। डीन बदले जाने का संकेत मंत्री देवड़ा के रतलाम आगमन के दौरान रतलाम-झाबुआ सांसद ने भी मीडियाकर्मियों से चर्चा में दे दिया था।
सूत्रों की मानें तो पूर्व डीन डॉ. संजय दीक्षित के रतलाम से स्थानांतरित होने के बाद यहां गुटबाजी बढ़ गई थी जिसका खामियाजा यहां भर्ती होने वाले कोविड मरीजों को भुगतना पड़ा। बता दें डॉ. गांधी के रवैये को लेकर जावरा विधायक डॉ. राजेंद्र पांडेय भी लंबे समय से खफा थे। माना जा रहा है कि डॉ. डीन को हटाए जाने के पीछे एक वजह डॉ. पांडेय की नाराजगी भी है।