*B B C टाइम्स इन* रतलाम 18 अप्रैल रतलाम रेमडेसिविर इंजेक्शन का बेवजह उपयोग करने से मरीज की जान खतरे में पड़ने का एक मामला सामने आया है। घटना शहर के सीएचएल-जैन दिवाकर हॉस्पिटल की है। यहां एक महिला रोगी को डॉक्टरों ने बेवजह ही रेमडेसिविर इंजेक्शन लगा दिया जिससे उसकी किडनी पर प्रतिकूल असर हुआ। कलेक्टर ने सभी डॉक्टरों को इससे सबक लेने की हिदायत दी है।
जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार सीएचएल जैन दिवाकर हॉस्पिटल में रेमडेसिविर के अनावश्यक उपयोग से मरीज की किडनी प्रभावित हुई। रतलाम निवासी रेखा मेहता को उपचार के लिए जैन दिवाकर सीएचएल अस्पताल रतलाम में भर्ती कराया गया था। इन्हें यहां शुक्रवार को रेमडेसिविर इंजेक्शन का डोज दिया गया। इससे शाम को ही इनकी किडनी पर असर हुआ और स्थिति बिगड़ने लगी। नतीजतन शनिवार को रेखा को शासकीय मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस के लिए लाया गया। यहां इनका डायलिसिस किया जा रहा है।
इस घटना के चलते कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने जिले के डॉक्टरों से कहा है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन का उपयोग अत्यावश्यक होने पर ही करें। उन्होंने कहा है कि इसके संबंध में संचालनालय स्वास्थ्य द्वारा दिए आवश्यक दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाए ताकि मरीज को अनावश्यक परेशानी का सामना न करना पड़े। रेमडेसिविर इंजेक्शन का प्रयोग केवल गंभीर लक्षण वाले सीमित प्रकरणों में आवश्यक होने पर ही किया जाना चाहिए।