BBC टाइम्स इन उज्जैन 12अक्टूबर।
उज्जैन।काल गर्ल के साथ मिलकर व्यापारी से रूपए लेने का मामला सामने आया था लेकिन उस मामले में ना तो कोई शिकायत कर्ता द्वारा लिखित शिकायत की गई और ना ही कोई ऐसा तथ्य सामने आया जिसमें पुलिस कर्मियों द्वारा लेन देन हो रहा हो उसके बाद भी चारों पुलिसकर्मी को उज्जैन पुलिस कप्तान द्वारा निलंबित कर दिया गया था और विभागीय जांच प्रारंभ कर दी थी क्योंकि मामला हाईलाइट हो गया था जब तक जांच पूर्ण ना हो जाए तब तक चारों पुलिसकर्मियों को निलंबित रहना होगा।
जब जांच अधिकारी द्वारा पूर्ण की गई और जांच में चारों पुलिसकर्मी पर लगा आरोप निराधार पाया गया चारों पुलिसकर्मियों को उज्जैन पुलिस कप्तान द्वारा बहाल कर दिया गया।
उज्जैन पुलिस कप्तान द्वारा चलाए जा रहे अभियान में किसी भी विभाग का व्यक्ति हो यदि दोषी होता तो निश्चित रूप से उज्जैन पुलिस कार्रवाई करने में देर नहीं करती।
चाहे पुलिस विभाग को राजनीतिक विभाग हो अन्य विभागों गलती की है तो निश्चित रूप से आपके ऊपर कारवाई उज्जैन पुलिस करेगी।
कॉल गर्ल के साथ मिलकर पुलिसकर्मी सुनील बिठोरे, संजीव सिंह और राममूर्ति रावत व एक सब इंस्पेक्टर विकास देवड़ा के ऊपर गलत तरीके से रुपए लेने का आरोप लगा था लेकिन जांच समिति द्वारा ऐसा कोई तथ्य सामने नहीं आया जिसमें रुपया लेना पाया गया इसी के चलते आज चारों पुलिसकर्मियों ने तथ्य के साथ जांच में मदद की जिसमें निर्दोष पाए गए और आज चारों पुलिसकर्मी बहाल हुए।