*B B C टाइम्स इन* रतलाम 20 फरवरी जावरा विधायक राजेंद्र पांडे द्वारा का यह बयान कि उन्होंने कोरोना के नाम पर हुये भ्रष्टाचार को विधानसभा मे उजागर करने का प्रयास किया , इसलिए उन्हें विधानसभा में जाने से रोकने के लिए कोरोना का उपयोग किया गया है । यह सनसनीखेज कोरोना कान्ड शिव’राज’ की साजिश है । यह आरोप पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने लगाया ।
सकलेचा ने जारी बयान में कहा कि इस बात की जांच होना चाहिए की राजेंद्र पांडे का कोरोना टेस्ट किसके कहने से किया गया ? कलेक्टर और सीएचएमओ के विरोधाभासी बयान से यह स्पष्ट है कोई कोरोना के नाम पर हुये हजारों करोड के भ्रष्टाचार की आवाज को दबाने चाहता है
सकलेचा ने आरोप लगाया कि शिवराज मे कोरोना के नाम पर 1200 करोड का गोलमाल हुआ है ।सरकार ने अनुबंधित निजी चिकित्सालयों को कोरोना इलाज के नाम पर 280 करोड़ का भुगतान कर दिया । जिसमें आधे से ज्यादा राशि व्यापम घोटाले मे दो दो बार जेल जाने वाले चिरायु अस्पताल को दिए ।
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के नाम पर 320 करोड रुपए खर्च कर दीये गये । शिव’राज’ मे यह कोई बताने को तैयार नही की कोरोना के इलाज का खर्च कितना है ।
सकलेचा ने कहा कि जब विधानसभा परिसर में प्रोटेम स्पीकर अपने विदाई के नाम पर सरकारी खर्च पर 2000 लोगों का भोजन 21 फरवरी को करवा रहे हैं तो क्या आने वाले सभी का कोरोना टेस्ट होने के बाद प्रवेश मिलेगा ? क्या उससे 22 फरवरी को होने वाले विधानसभा सत्र में आने वाले विधायकों के लिए खतरा नहीं होगा।
सकलेचा ने कहा की प्रोटोम स्पीकर द्वारा भोज के नाम पर लाखों का खर्च गैर कानूनी है । सत्ता का दुरुपयोग है । सकलेचा ने कहा की सिर्फ रतलाम जिले में ही विधायकों के कोरोना टेस्ट क्यों हुये। 4 घंटे में ही सिर्फ राजेंद्र पांडे की जांच रिपोर्ट क्यों आ गयी । किसके कहने से टेस्ट हुआ । इन सारी बातों की उच्च स्तरीय जांच होतो स्पष्ट नजर आ जाएगा की इसके पीछे राजेंद्र पांडे को विधानसभा में जाने से रोकने के पीछे शिव’राज’ का हाथ है ।