*फोटो- राकेश पोरवाल*
*B B C टाइम्स इन* रतलाम 20 फरवरी शनिवार ऐस धरती पर अनेको आत्माओं ने जन्म लिया लेकिन याद उन्हें किया जाता है जो अपने जीवन को दूसरों के लिए आदर्श रूप जीता है ऐसे ही महापुरुष का जन्म आज ही के दिन सरवानिया ग्राम में पिता चौथ माता केसर की कुक्षी से हुआ था उनका नाम मालव केसरी सौभाग्यमल जी था । गुरुदेव के पास कोई भी जाता था चाहे बड़ा हो या छोटा आमिर हो या गरीब गुरुदेव सभी को सामान रूप से आशीर्वाद प्रदान करते थे उनकी वाणी इतनी मधुर थी की भक्त गण उनको वाणी के जादूगर कहा करते थे ।
उक्त उदगार श्रमण संघीय प्रवर्तक गुरुदेव श्री प्रकाश मुनिजी म सा की आज्ञानुवर्ती महासती श्री कल्पना जी ने सगोड रोड स्थित सौभाग्य तीर्थ पर मालव केसरी सौभाग्यमल जी म सा के 124 वि जन्म जयंती समारोह में रहे ।
महासती चंदनबाला जी म सा ने फ़रमाया की गुणी जनों की पूजा सर्वत्र होती है मालव केसरी जी भी गुणों के भंडार थे । वे थोड़ा बोलते थे लेकिन अच्छा बोलते थे । उन्होंने हजारो किलोमीटर की पदयात्रा की और असंभव लगने वाले विशाल श्रमण संघ का निर्माण किया । वे श्रमण संघ के भीष्म पितामह रूप थे । गुरुदेव संप्रदाय से परे संघटन के प्रेरक थे ।
जन्म जयंती समारोह में प्रातः 8:30 से 9:30 तक गुरु नाम मन्त्र जाप का आयोजन रहा एवं पश्यात मुमुक्षु भाई सुहास जी गांधी का बहुमान किया गया । समारोह में भाई निकुंज भरगट , बहु मंडल ,जिनिशा जी विनायक्या प्रकाश जी मूणत , सुरेंद्र जी गादिया ने भावो की अभिव्यक्ति प्रदान की ।
मुमुक्षु भाई सुहास जी गांधी ने उद्बोधन देते हुए पूज्य गुरुदेव प्रकाश मुनिजी एवं महासती श्री कल्पना जी म सा के उपकारों का स्मरण किया एवं संसार से विरक्ति भावो की अभिव्यक्ति दी । प्रभावना का लाभ अनिल जी बोकड़िया , समरथमल जी मेहता , कोयल बाई भरगट परिवार द्वारा लिया गया एवं पधारे सभी गुरुभक्तों की गौतम प्रसादी का लाभ श्री सुनील कुमार जी विनायक्या परिवार बदनावर द्वारा लिया गया ।
समारोह में बदनावर , खाचरोद , उज्जैन , इंदौर , नासिक, सूरत आदि अनेक जगह के महानुभाव उपस्तिथ थे जानकारी देते हुए सौभाग्य प्रकाश युवक मंडल के महामंत्री सौम्य चत्तर ने बताया कि महासती जी के प्रवचन नियमित नोलाईपूरा स्तिथ श्री धर्मदास जैन मित्र मंडल पर प्रातः 9 से 10 चल रहे हे संचालन सौरभ मूणत ने किया
समारोह की व्यवस्था धर्मदास जैन श्री संघ , सौभाग्य जैन नवयुवक मंडल एवं सौभाग्य प्रकाश युवक मंडल के सदस्यों द्वारा की गयी ।