BBC टाइम्स इन उज्जैन 08 फरवरी।
उज्जैन ।शहर के 24577 पोल पर एलईडी लाइट लगाने का काम उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी ने 15.73 करोड़ रुपये में दिया था, पर ये 11.50 करोड़ रुपये में ही सिमट जाएगा। दरअसल निविदा के वक्त एलईडी की जो कीमत प्रस्तावित की थी, उसकी कीमत घट गई है। ईईएसएल कंपनी के अधकिारियों ने इसकी पुष्टि की है। रिवाइज एस्टीमेट उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी को मिल गया है। इधर 150 कॉलोनियों में 16500 लाइटें लगने से नागरिक खुश हैं।
मालूम हो कि शहर में स्ट्रीट लाइट लगाने को 45 हजार विद्युत पोल हैं। जिनमें से 24577 पोल पर 250 वाट के सोडियम फिक्चर्स और ट्यूबलाइट सेट लगे थे। इनमें कुछ खराब हो गए थे और जो लगे वे बिजली बिल बढ़ा रहे थे।
इसलिए इन्हें एलईडी से बदलने का निर्णय लिया। भारत सरकार की ईईएसएल कंपनी को एलईडी लाइट लगाने का ठेका नवंबर- 2020 में दिया। कंपनी ने 23 दिसंबर से विधिवत काम शुरू किया। डेढ़ माह में खंभों पर लगे सालों पुराने वेपर और ट्यूबलाइट लैंप हटाकर 33 वाट, 70 वाट, 110 वाट की 16500 एलईडी लाइट लगा दी है, शेष 8077 लाइट इस माह के अंत तक लग जाएंगी। ये सभी लाइटें सीसीएमएस डिवाइस से ऑटोमेटिक बंद-चालू होंगी। सभी लाइट की कंट्रोलिंग उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी के आइसीइसी सेंटर से होगी। यहां से आसानी से पता लगाया जा सकेगा कि कहां की लाइट बंद है और कहां की चालू। इधर, लाइट लगने से कॉलोनीवासी खुश हैं।
एलईडी लगने से घटेगा बिजली बिल
उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी ने दावा किया है कि एलईडी लाइट लगने से बिजली का बिल घटेगा। नगर निगम का अभी मासिक बिल 1 करोड़ र्स्पये के आसपास आ रहा है, जो नई एलईडी लगने से 15 से 20 फीसद तक घटेगा। ईईएसएल कंपनी सात साल मेंटेनेंस भी करेगी।
पुरानी लाइट नगर निगम के स्टोर विभाग में हो रही जमा
जिन खंभों पर नई एलईडी लाइट लगाई जा रही है, वहां लगी पुरानी लाइटें नगर निगम के स्टोर विभाग के अधिन देवास रोड स्थित स्वीमिंगपूल में रखवाई जा रही है। बताया है कि निगम से अनुबंधित एमएसपीसी कंपनी इन पुरानी लाइटों को निविदा के माध्यम से बचेगा।
शहर में 16500 खंभों पर एलईडी लगा दी गई हैं, शेष 8 हजार खंभों पर भी इस माह के अंत तक लाइट लगवा दी जाएंगी। पुरानी लाइट को बेचने की तैयारी की जा रही है। –