*B B C टाइम्स इन* रतलाम 23 जनवरी शराब बंदी की जगह शराब बिक्री को बढ़ावा देना सर्वथा अनुचित है जनशक्ति संयोजक राधावल्लभ खण्डेलवाल ने कहा कि अभी हाल में म0प्र0 में अनेक जगह जहरीली शराब पीने से बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु हुई है एवं सड़क दुर्घटनाओं के अधिकतर कारण तो ड्राइवर का शराब पीना ही होता है यह बड़े आश्चर्य की बात है कि शराब मृत्यु का दूत है फिर भी थोड़े से राजस्व का लालच एवं शराब माफिया का दबाव शराबबन्दी नहीं होने देता है । जहरीली शराब कांड के बाद यह तर्क बड़ा हास्यास्पद है कि अवैध शराब बिकने का कारण यह है कि प्रदेश में शराब की दुकाने अन्य प्रदेश की बजाय कम है ,यह तर्क देकर शासन एवं प्रशासन अपनी कमजोरी छिपाने का प्रयास कर रहा है।
श्रीं खण्डेलवाल ने शराब की दुकानों को बढ़ाने के प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा कि बढ़ते अपराधों का सबसे बड़ा कारण है शराब । देश में भूखमरी. बेरोजगारी. बीमारी .अशिक्षा. भिक्षावृति. महिलाओं एवं बच्चों पर अत्याचार .चोरी. लूटपाट.बलात्कार. हत्या आदि की घटना बढने का बहुत बड़ा कारण है शराब। सड़क दुर्घटना का तो शराब ही मुख्य कारण है अतः शराब पर नियंत्रण की वजाय शराब बिक्री को बढ़ावा देना कहां तक उचित है ?
गुजरात,मिजोरम,नागालैंड,बिहार आदि की तर्ज पर मध्य प्रदेश मे भी भी शराबबंदी की मांग करते हुए खन्डेलवाल ने बताया कि शराबबंदी कहीं से भी घाटे का सौदा नहीं है शराब बंदी से राजस्व को हुई क्षति को कहीं से भी पूरा किया जा सकता है किंतु शराब के नशे में बलात्कार, हत्याएं, दुर्घटनाएं छोटी बालिकाओं के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं भयावह हैं तथा देश एवं समाज के लिए कलंक है।
कानून व्यवस्था को मेंटेन करने के लिए हजारों करोड़ रूपये खर्च होते हैं समाज में संतुलन बनाए रखने के लिए शराबबंदी एक महत्वपूर्ण कदम है इस पर एक राज्यव्यापी बहस शुरू की जा सकती है एवं जनविमर्श के पश्चात शराब बन्दी का निर्णय लिया जा सकता है प्रदेश ही नही देश के अनेक गाँवों में जनता खासकर महिलाओं ने सतत आन्दोलन चलाकर शराब की दुकाने बंद कराई है अनेक पंचायतों एवं समाजों ने शराब का सेवन प्रतिबन्धित करा है
श्री अनोखीलाल कटारिया,पातीराम शर्मा,महेश खण्डेलवाल,विरेन्द्र वाफगाँवकर राजेन्द्र पोरवाल, आर एस केसरी ,गोपालक्रृष्ण सोडानी,बंशीलाल अग्रवाल,राजेन्द्रसिंह गोयल,गोपाल खण्डेलवाल आदि ने विभिन्न समाज एवं संस्थाओं के तहत शराब बन्दी की मांग का समर्थन किया है
