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BBC टाइम्स इन उज्जैन 10 जनवरी।

उज्जैन में ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर की समिति ने श्रद्धालुओं को महादेव की भस्म आरती का महत्व समझाने के लिए एक अहम फैसला लिया है। दरअसल, अब महाकाल की भस्म आरती से पहले रोजाना तड़के श्रद्धालुओं को शॉर्ट फिल्म दिखाई जाएगी। इस फिल्म में आरती के आध्यात्मिक महत्व को समझाया जाएगा, जिसके बाद भस्म आरती होगी।

इस वजह से लिया फैसला

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के प्रबंधन का कहना है कि महाकाल की आरती के दौरान श्रद्धालु मग्न होकर भस्म आरती देखते हैं, लेकिन उसके महत्व से रूबरू नहीं हो पाते। ऐसे में ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर की तड़के होने वाली भस्म आरती से पहले श्रद्धालुओं को शॉर्ट फिल्म दिखाई जाएगी। ताकि, श्रद्धालु जब दो घंटे तक भस्म आरती के दृश्यों को देखें तो वे उसके आध्यात्मिक महत्व को भी समझ सकें।

शॉर्ट मूवी से मिलेगी यह जानकारी

बताया जा रहा है कि इस शॉर्ट फिल्म के माध्यम से श्रद्धालुओं को भस्म आरती के महत्व के अलावा उज्जैन तीर्थ के संबंध में भी जानकारी दी जाएगी। साथ ही, धर्म और आस्था से जुड़ी अहम बातों से भी रूबरू कराया जाएगा।

तड़के चार बजे होती है भस्म आरती

गौरतलब है कि उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर रोजाना तड़के चार बजे भगवान भोलेनाथ की भस्मआरती होती है। इसमें भगवान को भस्म अर्पित होती है। इस वजह से इसे भस्म आरती कहा जाता है। इस दौरान श्रद्धालु दो घंटे नंदी, गणेश और कार्तिकेय परिसर में बैठकर आरती के दर्शन करते हैं। इस भस्म आरती में शामिल होने के लिए मंदिर समिति की ओर से इजाजत दी जाती है, जिसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है। हालांकि, कोरोना के चलते फिलहाल भस्म आरती में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया है, लेकिन बाबा भोलेनाथ की भस्म आरती रोजाना होती है।

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