*B B C टाइम्स इन* रतलाम 09 जनवरी श्री सनातन धर्मसभा एवं महारूद्र यज्ञ समिति के तत्वावधान में त्रिवेणी के पावनतट पर चल रहे महारूद्र यज्ञ बिना विघ्न के निरंतर चलते हुए अपने 100 वर्ष पुरा कर सके। यह प्रार्थना यज्ञाचार्य पं. दुर्गाशंकर औझा, समस्त भूदेव, यजमान वीना कुन्दन सोनी, समिति अध्यक्ष कन्हैयालाल मौर्य एवं उपस्थित धर्मालुजनों ने सामुहिक रूप से यज्ञनारायण भगवान से की है।
समिति अध्यक्ष कन्हैयालाल मौर्य ने बताया कित्रिवेणी के पावन तट पर 21 भूदेवों के सानिध्य में महारूद्र यज्ञ लगातार 67 वां वर्ष पूर्ण करने जा रहा है। ऐसा निरंतर चलने वाला 11 दिवसीय महारूद्र यज्ञ वर्तमान समय में कहीं भी नही हो रहा है। हमारे देश में यज्ञ की प्राचिन परंपरा है। पुराने समय में जो यज्ञ हुए है उनमें भी किसी भी यज्ञ ने निरंतर चलते हुए 100 वर्ष पूर्ण नही किए है। किसी न किसी कारण यज्ञ की निरंतरता खण्डित होती थी। इस समय त्रिवेणी के पावन तट पर चल रहे यह महारूद्र यज्ञ निरंतर चलते हुए 100 वां वर्ष बिना विघ्न के पुरा कर सके आज यह प्रार्थना भगवान से विश्वास के साथ सभी ने की है।
यजमान दंपति ने भूदेवों के सानिध्य में यज्ञशाला में स्थापित देवताओं का पूजन एवं यज्ञ हवन कुण्ड में आहुतियां दी।
शाम को महाआरती एवं यज्ञशाला की परिक्रमा में उपाध्यक्ष लालचंद टांक, हरसहाय शर्मा, गोपाल घुघंरूवाल, नवनीत सोनी, पं. रामचन्द्र शर्मा सर्राफ, गोपाल जवेरी, प्रेमजी उपाध्याय, पुष्पेन्द्र जोशी, ब्रजेन्द्र नंदन मेहता, बाबुलाल त्रिपाठी, रामचन्द्र पण्डया, पुरूषोत्तम पटेल, राधावल्लभ पुरोहित, कैलाश भईड़ा, नरेन्द्र जोशी, सत्यदीप भट्ट, महिला मण्डल संरक्षक ताराबेन सोनी, अध्यक्ष राखी व्यास, माया सोनी, शशी अग्रवाल, चेतना सोनी, प्रेमलता देवड़ा सहित बड़ी संख्या में धर्मालुजन मौजुद थे।