*B B C टाइम्स इन* 04 जनवरी 2021 श्री सनातन धर्मसभा एवं महारूद्र यज्ञ समिति के तत्वावधान में त्रिवेणी के पावनतट पर 4 जनवरी सोमवार से प्रारंभ होने वाले विश्व कल्याणार्थ एवं धर्म मर्यादा रक्षार्थ 67 वें महारूद्र के पूर्व रविवार को सुबह बागड़ों का वास में श्री अगरजी मंदिर स्थित श्री चौमुखा महादेव का रूद्रा अभिषेेक, शृंगार, महाआरती का आयोजन यज्ञाचार्य पं. दुर्गाशंकर ओझा व 21 भूदेवों के सानिध्य में मुख्य यजमान वीणा कुन्दन सोनी द्वारा किया।
हर-हर महादेव और सनातन धर्म की जय हो के जयकारों के बीच मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा का रोहण यजमान, भूदेव एवं महादेव के भक्तों द्वारा किया गया। प्रसादी का वितरण समाजसेवी बद्रीलाल भगत ने किया। इसके बाद त्रिवेणीतट पर यज्ञार्चाय, भूदेवों के सानिध्य में यजमान ने दशविध शरीर शुद्घि हेमाद्रि कर्म किया।
4 जनवरी सुबह 10 बजे धर्मध्वजा रोहण एवं हवन कुण्ड में अग्नि प्रवेश के साथ 67 वें महारूद्र यज्ञ का शुभारंभ परम पूज्य स्वामी श्री कृष्णानंद जी महाराज के सानिध्य में एवं सांसद श्री गुमानसिंह डामोर के मुख्य आतिथ्य में त्रिवेणीतट स्थित यज्ञशाला भवन पर होगा। प्रतिदिन शाम 5 बजे यज्ञनारायण की महाआरती के बाद यज्ञशाला की परिक्रमा श्रद्घालुजनों द्वारा की जाएगी।
इस अवसर समिति के अध्यक्ष कन्हैयालाल मौर्य, महिला मण्डल अध्यक्ष राखी व्यास, रमेश व्यास, नवनीत सोनी, पं. रामचन्द्र शर्मा सर्राफ, प्रेम उपाध्याय, पुष्पेन्द्र जोशी, मनोहर पोरवाल, गोपाल जवेरी, सत्यनारायण पालीवाल, रमेश पाठक, सत्यदीप भट्ट, आनंदीलाल सोनी, सूरजमल टांक, हंसा व्यास किशनलाल सोनी, मोहनलाल सोनी, रमेशचन्द्र सोनी, सूरजमल टांक, हंसा व्यास, पद्मा उपाध्याय, नीना निरंजनी, शशी अग्रवाल, माया सोनी, जया सोमानी, निर्मला सोनी सहित यजमान के परिवारजन एवं गणमान्यजन उपस्थित थे।
इस यज्ञ में सेवा देने वाले भूदेवों के पद और नाम-:
यज्ञ में यज्ञाचार्य-पं. दुर्गाशंकर औझा, ब्रह्मा-पं. गोपालकृष्ण शर्मा, गणपति-पं. भूपेन्द्र जोशी, सदस्यपति-पं.तरूण त्रिवेदी,सर्वोपदृष्टा-पं. मोहनलाल पाण्डे, अभिषेककर्ता-संजय औझा गामोठ, पं. योगेश शास्त्री, पं. नन्दलाल पाठक, पं. घनश्याम व्यास, पं. भूपति चौबे, पं. मनीष परसाई, पं. अशोक दुबे, पं. अवधनरेश दुबे, पं. अशोक उपाध्याय, पं. मनोहरलाल पण्डया, पं. बालकृष्ण परसाई, पं. मुकेश शर्मा, पं. भानुप्रकाश जी, पं. राजेश जी, पं. . मनोज दुबे, पं. मनीष परसाई अपनी सेवा देंगे।