*B B C टाइम्स इन* रतलाम 29 दिसंबर काम की तलाश में दूसरे शहरों से आए गरीबों को सर्द रातों में गर्म कंबल मिलने से चेहरों पर आई खुशी,
रतलाम। न छत पर साया, न तन पर कपड़े, बेसहारा रोजगार की तलाश में गांव से शहर में आकर रोजगार की तलाश में की दर-दर भटकने के बाद जब रात की जानलेवा ठंड का सामना हो तो दिल कांप उठता है । पूरा शरीर जैसे रुई का पुतला बन जाता है जब 3 या 4 डिग्री तक तापक्रम हो तो तो अच्छे अच्छों की सांस फूल जाती है ऐसे में विभिन्न चौराहों पर अलाव के सहारे जीवन यापन करने वाले बेसहारा गरीबों के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं को आगे आकर सहयोग का हाथ बढ़ाना चाहिए और यदि संस्थाएं ऐसे में उनकी आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर मदद के हाथ बढ़ाएं तो उनके बहुत से कष्ट दूर हो सकते हैं ।
ऐसी कड़कड़ाती ठंड में लायंस क्लब रतलाम क्लासिक ने बीड़ा उठाते हुए कल शहर के रोडवेज बस स्टैंड पुराने कलेक्टर स्टेडियम के बाहर, कॉलेज रोड, नगर निगम तिराहा, कालिका माता आदि क्षेत्रों में रात 11.00 से लेकर 12.00 के बीच जाकर उनके हमदर्द बनने की कोशिश की जो इस कांपती हुई ठंड में फटे हुए कपड़े तथा अपर्याप्त चद्दर कंबल के बीच सोने का असफल प्रयास कर रहे थे । बाजना, शिवगढ़, बांसवाड़ा, सीहोर से शहर में मजदूरी के ले आए रामचंद्र रमेश, काली, रमण, शिवकुमार, भेरु कुमार जो अपने परिवार को लेकर सड़क पर सोए हुए थे जब उन्हें कंबल दिए गए ओढने के लिए तब उनके चेहरे की खुशी देखने लायक थी । लायंस क्लब रतलाम क्लासिक के सभी पदाधिकारी विगत 5 वर्षों से इस स्थाई प्रोजेक्ट के तहत शहर के विभिन्न क्षेत्रों में शीत ऋतु में कंबल वितरण तथा अन्य सामग्री जरूरतमंदों को प्रदान करते हैं उनकी इस पहल को शहर के दानवीर समाजसेवी लोगों का भरपूर सहयोग प्राप्त होता है।
इस दौरान क्लब अध्यक्ष निमिष व्यास, जगदीश सोनी, पूर्व अध्यक्ष दिनेश शर्मा, महेश व्यास, मनीष जोशी, रमेश उपाध्याय, कमलेश पालीवाल, दिलीप वर्मा, बी.के. जोशी, संदीप निगम, आशीष जोशी, एम.के. जैन, अनिल पुरोहित, राजेश डोरिया आदि का सहयोग अनुकरणीय और प्रेरक रहा ।
