*B B C टाइम्स इन* रतलाम 19 दिसंबर शनिवार मुझे अमेरिका जाना है फ्लाइट कितने बजे आएगी सुनकर आपको लग जाएगा यह मनोरोगी महिला है |उससे ज्यादा निगाहों की पैनी नजर से उसे मनोरोगी पहचाना पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी जी ने|
उक्त जानकारी देते हुए काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव एवं जिला रोगी कल्याण समिति सदस्य गोविंद काकानी ने देते हुए बताया कि कल सुबह 10 बजे महिला थाना अधिकारी पिंकी आकाश का फोन आया और बोला काकानी जी एसपी साहब ने एक महिला जो मनोरोगी लग रही है उसको आपको देखना है| मैंने उन्हें जिला चिकित्सालय अस्पताल पुलिस चौकी पर लाने का कहां |
अस्पताल पुलिस चौकी पहुंचने के पश्चात चौकी प्रभारी अशोक शर्मा के साथ मिलकर उससे जानकारी जुटाना शुरू करी परंतु वह हर बात में मुझे निर्देश मिला है| अमेरिका जाना है फ्लाइट कितने बजे आएगी ! उससे पासपोर्ट के बारे में पूछा ,आधार कार्ड के बारे में पूछा परंतु कोई भी पहचान पत्र उसके पास नहीं था |परिवार के बारे में जानकारी पूछते तो वह बोलती बताने का मना किया है| ऐसे में उसका आत्मविश्वास जीतने के लिए गोविंद काकानी ने बेटे सौरभ काकानी को फोन लगाया और उससे इंदौर से अमेरिका की फ्लाइट कितने बजे है कितने घंटे लगते हैं आदि जानकारी पूछी जिससे उसको विश्वास हो गया कि यह मुझे अमेरिका भिजवाएंगे पश्चात काकानी ने उससे कहा कि फ्लाइट में व्यवस्था हो गई है परंतु तुम्हारा पासपोर्ट नहीं है |वहां मैं कैसे तुम्हें बिठा पाऊंगा तुम चाहो तो घर वालों से मेरे व्हाट्सएप पर बुलवा लो| यह तरकीब काम कर गई उसने मेरे मोबाइल से पिताजी को फोन लगाया और हमारा काम हो गया मैंने उससे कहा लाओ पिताजी से मेरी बात करा दो उनको कहां बुलवाना है बता देता हूं| वह तुम्हें विमान में छोड़ने आ जाएंगे पश्चात पिता को चर्चा में बताया यह सुबह रतलाम रेलवे स्टेशन उतर कर पैदल जा रही थी थी तो पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी जी ने परिस्थिति को भागते हुए महिला पुलिस अधिकारी के माध्यम से जिला चिकित्सालय में भिजवा दिया है| उनसे जानकारी प्राप्त हुई की आरती पिता हेमंत सोनी उम्र 36 वर्ष निवासी माजलपूरा ,बड़ौदा गुजरात रात्रि 3 बजे घर से निकल गई हम सोए रह गए मालूम नहीं पड़ा |5~ 6 वर्ष पूर्व मनोरोग लग जाने के कारण दो-तीन बार यह पूर्व में भी घर से निकल चुकी है| आप इसे जाने मत देना हम तत्काल गाड़ी कर रतलाम पहुंच रहे हैं |रात्रि में पिता हेमंत सोनी पत्नी कल्पना सोनी को लेकर रतलाम पहुंचे |पिता हेमंत भाई ने बताया कि आरती की शादी ऑस्ट्रेलिया निवासी जय किशोर भाई से हुई परंतु मनोरोगी होने के कारण उसे भारत वापस भेज दिया| तब से इसकी हालत में सुधार हेतु अनेक डॉक्टरों को दिखा रखा है और अभी भी इलाज जारी है |आरती ने बीकॉम कर रखा है |उसे हिंदी ,गुजराती, मराठी एवं अंग्रेजी भाषा का ज्ञान है |उसका अनुभव दिन में बातचीत करने पर हर भाषा में उसने उत्तर दिया इतनी अधिक उच्च शिक्षित एवं ज्ञानी होने के बाद भी उसके मनोरोगी होने पर सभी कोई आश्चर्यचकित थे| माता पिता के साथ आरती को रतलाम का स्वादिष्ट भोजन करवाकर सकुशल बड़ौदा के लिए रवाना किया| सुबह उनका फोन आया रतलाम के गौरव तिवारी जी, गोविंद काकानी ,पुलिस प्रशासन, काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन ,अस्पताल प्रशासन आदि का ह्रदय से धन्यवाद प्रकट किया |
