Fri. Jun 20th, 2025

BBC टाइम्स इन उज्जैन 06 दिसम्बर।

उज्जैन । रविवार को डॉ.अंबेडकर शोधपीठ विक्रम विश्वविद्यालय और मप्र हिन्दी ग्रंथ अकादमी भोपाल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित बाबा डॉ.बीआर अंबेडकर के 64वे महापरिनिर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में मध्य प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव विशिष्ट सारस्वत आयोजन में शामिल हुए। साथ ही उनके द्वारा विक्रम विश्वविद्यालय के शलाका दीर्घा सभागार में मप्र हिन्दी ग्रंथ अकादमी द्वारा प्रकाशित डॉ.अंबेडकर पर केन्द्रित पत्रिका ‘रचना’ और ‘भारत का संविधान’ का विमोचन भी किया गया।

इस अवसर पर डॉ.अंबेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलाधिपति डॉ.प्रकाश बरतुनिया, डॉ.आरके अहिरवार, प्रो.शैलेंद्र कुमार शर्मा, मप्र हिन्दी ग्रंथ अकादमी भोपाल के संचालक श्री अशोक कड़ेल, विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.यूएन शुक्ला, डॉ.अंबेडकर शोधपीठ विक्रम विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ.एसके मिश्रा, मप्र हिन्दी ग्रंथ अकादमी के सहायक संचालक श्री रामविश्वास कुशवाह, श्री महेन्द्रसिंह सिसौदिया, डॉ.सत्येंद्रकिशोर मिश्रा, विश्वविद्यालय के अन्य व्याख्याता और शोधार्थी तथा गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पाण्डेय ने की।कार्यक्रम का संचालन डॉ.निवेदिता वर्मा द्वारा किया गया। अतिथियों द्वारा डॉ.अंबेडकर के चित्र के समक्ष पुष्पांजली अर्पित की गई। स्वागत भाषण डॉ.एसके मिश्रा द्वारा दिया गया। डॉ.प्रकाश बरतुनिया ने कहा कि बाबा साहब को केवल संविधान के निर्माण ही नहीं, बल्कि दलितों के सशक्त नेतृत्व में उनके द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका के लिये भी जाना जाता है। डॉ.अंबेडकर उत्कृष्ट लेखक, साहित्यकार तथा बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। अनेक देशों में उनकी प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। बाबा साहब ने पूरी दुनिया में भारत की भूमिका का गौरव बढ़ाया है।

error: Content is protected !!