*B B C टाइम्स इन रतलाम* रतलाम 29 सितंबर मंगलवार रतलाम- कृषि विधेयक को विपक्ष ने गलत ढंग व झूठे तरीके से पेश कर किसानों को भड़काने का काम किया है जबकि केंद्र सरकार किसानों हितेषी होकर कार्य कर रही है जिस से कृषि को लाभ का धंधा बनाया जा सके भाजपा किसान मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी राकेश पाँचाल ने विपक्ष द्वारा फैलाया जा रहै झूठ को सामने लाकर सच से अवगत कराने की पहल की ।
विपक्ष का झूठ– किसानों की जमीन पूंजीपतियों को दी जायेगी ।
सच – बिल में साफ कहा गया हैं कि किसानों की जमीन की बिक्री, लीज ओर गिरवी रखना पूरी तरह प्रतिबंधित हैं ।समझौता फसलों का होगा जमीन का नही !
झूठ – किसान बिल असल में किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य न देने की साजिश है ।
सच – किसान बिल का न्यूनतम समर्थन मूल्य से कोई लेना देना नही है । एम एस पी दिया जा रहा है और भविष्य में दिया जाता रहेगा ।
झूठ – किसानों के खिलाफ है किसान बिल ।
सच – किसान बिल से किसानों को आजादी मिलेगी ,अब किसान अपनी फसल किसी को भी ओर कहि भी बेच सकते है । इससे ‘वन नेशन वन मार्केट’ स्थापित होगा ,बड़ी प्रोसेसिंग कम्पनियों के साथ पार्टनरशिप करके किसान ज्यादा मुनाफा कमा सकेंगे ।
झूठ – किसान बिल से बड़े कार्पोरेट को फायदा है, किसानों को नुकसान है।
सच -कई राज्यों में बड़े कार्पोरेशन के साथ मिलकर किसान गन्ना,चाय और कॉफ़ी जैसी उगा रहे हैं । अब छोटे किसानों को ज्यादा फायदा मिलेगा और उन्हें तकनीक और पक्के मुनाफे का भरोसा मिलेगा ।
झूठ -कॉन्ट्रेक्ट के नाम पर बड़ी कम्पनियां किसानों का शोषण करेगी ।
सच -समझौते से किसानों को पहले से तय दाम मिलेंगे लेकिन किसान को उसके हितों के खिलाफ नही बांधा जा सकता है । किसान उस समझौते से कभी भी हटने के लिए स्वतंत्र होगा,इसलिए उससे कोई पेनल्टी नही ली जायेगी ।
झूठ – अब मंडियां खत्म हो जायेगी ।
सच – मंडी सिस्टम जैसा है, वैसा ही रहेगा ।