Fri. Jun 20th, 2025


रतलाम । देश आज आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, लेकिन हिन्दी को राष्ट्रभाषा के पद पर स्थापित करने हेतु हमेें हिन्दी दिवस मनाना पड़ रहा है, यह चिन्ता और चिन्तन का विषय है । वैसे हिन्दी भाषा का भविष्य बहुत उज्जवल है, क्योंकि हिन्दी ही एकमात्र स्थापित भाषा है । ये उद्गार शासकीय उत्कृष्ट उ.मा.वि. के प्राचार्य श्री सुभाष कुमावत ने स्व. पं. अरुण भार्गव स्मृति हिन्दी प्रचार-प्रसार समिति, रतलाम द्बारा आयोजित “आजादी का अमृत महोत्सव- हिन्दी का योगदान” विषय पर केन्द्रित शीर्षक पुस्तक का विमोचन व जिला स्तरीय देश भक्ति गीत प्रतियोगिता के अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ रंगकर्मी श्री ओमप्रकाश मिश्र ने कहा कि अंग्रेजी मानसिकता के कारण हम अपनी भाषाओं से अलग होते जा रहे हैं । जबकि जीवन में सफलता उसी को मिलती है, जो अपनी भाषा के साहित्य से जुड़ा रहता है । इस अवसर पर डॉ. पूर्णिमा शर्मा, श्रीमती विनीता ओझा व श्री अशोक मेहता ने भी अपने विचार व्यक्त किए ।
इस अवसर पर समिति द्बारा हिन्दी सेवा के लिए समर्पित शिक्षक श्रीमती अंजुम खान, श्री कंवरलाल चौहान व श्रीमती सरिता राजपुरोहित का भी सम्मान किया गया । देश भक्ति प्रतियोगिता में समता शिक्षा निकेतन प्रथम, उत्कृष्ट विद्यालय रतलाम द्बितीय एवं दूरस्थ एकीकृत हाईस्कूल कुण्डा तृतीय स्थान पर रहे। समिति द्बारा इन विद्यालयों के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया ।
कार्यक्रम का श्ाुभारम्भ माँ सरस्वती व स्व. पं. अरुण भार्गव के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ । इस अवसर पर सरस्वती वंदना गीतकार व कवि दिनेश बारोट द्बारा प्रस्तुत की गई । स्वागत भाषण व समिति की गतिविधियों की जानकारी दिलीप पवार द्बारा प्रस्तुत की गई । मंचस्थ अतिथियों का डॉ. मुनीन्द्र दुबे, विनोद शर्मा, दिलीप पवार, श्रीमती सीमा अरुण भार्गव, हेमन्तसिंह राठौर, संजय मेहता, निर्मल सिंह चौहान, रजनीश चौहान, श्रीमती आशा दुबे, श्रीमती भावना पुरोहित, श्रीमती मौसमी अरोड़ा, श्री नरेन्द्र टांक, जुबैर आलम कुरैशी, सुजात मोहम्मद, विनोद शर्मा, पिंकी यादव, मुस्तकीम सिद्दिकी, श्री भाटी आदि ने किया। कार्यक्रम का संचालन जुबैर आलम कुरैशी ने एवं आभार विनोद शर्मा ने व्यक्त किया ।

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