महिला शक्ति भी रक्तदान करने में आगे आ रही है। समाज में अब भी यह धारणा बनी हुई है कि रक्तदान केवल पुरुष ही कर सकते हैं। अब यह मिथक टूट रहा है, क्योंकि पुरुषों की ही भांति महिलाएं भी रक्तदान के लिए आगे आने लगी हैं।

रतलाम/बोदिना: अब पुरुषों की ही भांति महिलाएं भी रक्तदान के लिए आगे आने लगी हैं। कोरोना के संकट के दौरान भी कई महिलाएं अस्पताल रक्तदान करने पहुंची थी, उसी के साथ अब जिस तरह डेंगू के पेसेंट बढ़ रहे है, वैसे—वैसे महिला शक्ति भी रक्तदान करने में आगे आ रही है। समाज में अब भी यह धारणा बनी हुई है कि रक्तदान केवल पुरुष ही कर सकते हैं। अब यह मिथक टूट रहा है, क्योंकि पुरुषों की ही भांति महिलाएं भी रक्तदान के लिए आगे आने लगी हैं। महिलाएं मरीजों की जिदगी बचाने के लिए रक्तदान कर रही हैं। यहीं नहीं कोरोना के संकट में जब मरीजों को ब्लड की जरूरत पड़ी तो कई महिलाएं लॉकडाउन और कर्फ्यू के दौरान अस्पतालों में पहुंची।

हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप से रक्तदान करने वाली महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए। बोदिना की रहने वाली रक्त वीरांगना प्राची पाटीदार ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि पिछले कुछ सालों में रक्तदान करने वाली महिलाओं व लड़कियों की संख्या में इजाफा हुआ है। हालांकि, अभी और जागरूकता की जरूरत है। सरकारी अस्पताल ब्लड बैंक और निजी ब्लड बैंक में कई महिलाएं व लड़कियां हर तीन से चार माह बाद ब्लड डोनेट करने के लिए आती हैं। कोई भी स्वस्थ महिला, जिसकी उम्र 18 से अधिक हो, जिसका हीमोग्लोबिन 12.5 प्रतिशत से अधिक हो और वजन कम से कम 50 से 55 किलोग्राम से अधिक हो तो वह रक्तदान कर सकती है। जिन महिलाओं को हाइपर थायराइड या थायरड की शिकायत हो, जो शिशु को ब्रेस्ट फीडिग करवा रही हो, लो या हाई बीपी की समस्या हो, हृदय रोग हों उन्हें रक्तदान नहीं करना चाहिए। इसके अलावा मासिक धर्म आने पर भी रक्तदान नहीं करना चाहिए। डायबिटिज रोगी जो इंसुलिन लेती हैं और गर्भवती महिलाओं को रक्तदान करने की अनुमित नहीं दी जाती।

इसकी के साथ हेल्पिंग हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप की जो हमारी रक्त वीरांगना करूणा मिश्रा, पूर्णिमा अग्रवाल, पारुल अग्रवाल, पुरण पाटीदार, रानू पाटीदार, वंदना पाटीदार, गंगा पाटीदार, नीतू सिंह, निशा कुमावत, जयश्री कुमावत, संजना पाटीदार, आकांक्षा बरकुंदिया, अंजली अहिरवार, अल्फिया जी है उन्होंने बताया कि ग्रहणी और नौकरी के साथ साथ वह एक समाजसेविका भी है जो समय समय पर सामाजिक कार्य में भी हाथ बटाती है और वो बताती है कि उनके परिवार के सभी सदस्य रक्तदान करते है जिनको देख मेने भी रक्तदान करना शुरू किया और पेसेंट की जान बचाना मुनासिब समझा। हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप परिवार द्वारा महिला शक्ति रक्त वीरांगनाये एवं रक्तवीर रक्तदान कर रहे है, उन सभी को आभार दिया।

श्री प्राची जी पाटीदार ने कहा कि समाज में महिलाओं के अंदर एक प्रेरणा जागरूक होगी नई ऊर्जा प्रदान होगी जिससे महिलाओं को भी रक्तदान करना चाहिए क्योंकि रक्त की सबसे ज्यादा जरूरत औसतन महिलाओं को ही होती है इसलिए महिलाओं को आगे बढ़ कर रक्तदान करना चाहिए । श्री प्राची जी पाटीदार के पहल से हर तरफ चर्चाएं हो रही हैं वहीं हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप इंडिया से अनिल जी रावल ने भी बेहतर कार्य करने के लिए हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप बोदिना टीम को शुभकामनाएं प्रेसित की।
इस अवसर पर मानव सेवा समिति रतलाम के अध्यक्ष श्री मोहनलाल मुरलीवाले, राहुल जी पाटीदार बोदिना, दिलीप जी पाटीदार बोदिना उपस्थित रहें और रक्त विरांगना प्राची जी को प्रथम रक्तदान पर शुभकामनाएं प्रेषित की साथ ही और महिलाओं को इस पहल मे शामिल करने का आग्रह किया
हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप रक्तदान के साथ साथ अन्य सेवाएं राशन, भोजन, कपड़े, पंचायत स्तर से लेकर जिला स्तर तक की समस्याओं में मदद करता हैं यदि आप भी हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप से जुड़ना चाहते हैं तो उक्त नम्बर पर सम्पर्क करें
हर्षित महावर 9753168609, अरुण पटेल 77468 83340, दिलीप पाटीदार 9770717942 रोहित बरकुंदिया 7224860701
उक्त जानकारी हेल्पिंग हैंड्स ग्रुप के सदस्य अनिल रावल द्वारा दी गई