जेहादी तत्वों के खिलाफ कार्यवाही की मांग
*B B C टाइम्स इन* रतलाम,20 जनवरी जिले के ग्र्राम सुराणा में हुई घटनाओं के चलते हिन्दू जागरण मंच के हजारों कार्यकर्ताओं ने आज कलेक्टोरेट पंहुचकर प्रदर्शन किया। मंच ने जिला प्रशासन को एक ज्ञापन देकर जिले में सक्रिय हो रहे जेहादी तत्वों के खिलाफ कडी कार्यवाही करने की मांग की है।
समीपस्थ ग्र्राम सुराणा के हिन्दू परिवारों द्वारा पलायन का अल्टीमेटम दिए जाने का मामला अब भी शान्त नहीं हुआ है। गुरुवार को हिन्दू जागरण मंच ने सुराणा के हिन्दू परिवारों के समर्थन में जंगी प्रदर्शन किया,जिसमें हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी शामिल हुए। हाथों में भगवा झण्डे लिए ये प्रदर्शनकारी कलेक्टोरेट परिसर पंहुचे। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टोरेट परिसर में भारत माता की जय,और वन्दे मातरम जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों को हिन्दू जागरण मंच के पदाधिकारियों ने सम्बोधित किया। वक्ताओं ने जिले भर में बढती जा रही जेहादी घटनाओं पर चिन्ता व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन से सख्त रवैया अपनाने की बात कही।
मंच के संयोजक राजेश कटारिया ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन सिटी एसडीएम अभिषेक गेहलोत को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि जिले भर में जेहादी तत्व सक्रिय होते जा रहे है। जब भी विवाद की स्थिति बनती है,तब पुलिस द्वारा संतुलन बनाने के लिए जेहादी तत्वों के साथ साथ अत्याचार का शिकार बने हिन्दू युवकों पर भी प्रकरण दर्ज कर दिए जाते है,जिससे कुछ समय बाद अत्याचार की शिकार बने व्यक्ति भी अपराधियों की श्रेणी में गिने जाने लगते है। ऐसे में पुलिस को अत्याचार करने वाले जेहादियों के खिलाफ कडी कार्यवाही करना चाहिए और संतुलन साधने की आदत छोडना चाहिए। ज्ञापन का वाचन हिन्दू जागरण मंच के जिला अध्यक्ष राजेश कटारिया ने किया।
ये थे उपस्थित
हिन्दू जागरण मंच द्वारा प्रशासन को ज्ञापन देने के समय मंच के प्रान्ताध्यक्ष आशीष बसु,प्रान्त महामंत्री नोपालसिंह डोडियार,प्रान्त संयोजक अनिल पाटीदार,विभाग संयोजक मनोहर पडियार,जिला महामंत्री कैलाश व्यास,जिला उपाध्यक्ष सिद्धार्थ पण्डया,महोश डोडियार,और सूरज चौहान, युवावाहिनी संयोजक जगदीश पाटीदार समेत बडी संख्या में महिला व पुरुष कार्यकर्ता मौजूद थे।
यह है ज्ञापन में
हिन्दू जागण मंच द्वारा दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि मालवांचल मेंरतलाम जिला अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के चलते शांति का टापू रहा है,लेकिन पिछले एक दशक से मुस्लिम जिहादी कïट्टरपंथियों द्वारा कारित की गई घटनाओं के कारण अब रतलाम जिला संवेदनशील जिलों में शामिल हो चुका है। जिले के कई छोटे छोटे गांवों में जनसंख्या का असंतुलन और मुस्लिम कïट्टरपंथ का असर दिखने लगा है। ग्र्राम सुराणा के लोग भी लम्बे समय से पुलिस एवं प्रशासन को गांव मेंहो रही घटनाओं से अवगत कराते रहे है लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता था। किसी हिन्दू व्यक्ति के साथ होने वाली गाली गलौज और मारपीट की घटनाओं की रिपोर्ट करने जब भी व्यक्ति पुलिस के पास पंहुचते थे,तो पुलिस द्वारा संतुलन बनाने की नीति के चलते पीडीत पक्ष के विरुद्ध भी बराबरी का आपराधिक प्रकरण दर्ज कर दिया जाता था। इसकी वजह से निरपराध हिन्दू पक्ष पीडीत होते हुए भी सांप्रदायिक अपराधियों की श्रेणी में आ जाता है। और उसे मजबूरन जेहादी तत्वों से न्यायालय में समझौता करना पडता था। पुलिस एïंव प्रशासन की संतुलन बनाने की नीति के चलते अपराधी जेेहादी तत्वों को अप्रत्यक्ष रुप से संरक्षण प्राप्त हो जाता है।
ज्ञापन में कहा गया है कि सुराणा जिले का अकेला गांव नहीं है,बल्कि जावरा,ताल,बरखेडा,,आलोटबडावदा,निंबाखेडा,नेगरुन,मकनपुरा,बरसी,जमुनिया शंकर,सनावदा ,मलवासा,चितावद,कमेड, जैसे अनेक गांवों में जेहादी कïट्टरपंथी तत्व सक्रिय है। ज्ञापन में मांग की गई है कि जिले के अन्य स्थानों पर सुराणा जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए जेहादी तत्वों पर कडी कार्यवाही की जाए और ऐसी घटनाओं के दौरान पुलिस की संतुलन साधने की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति पर अविलंब रोक लगाई जाए।