बीबीसी टाइम्स इन उज्जैन 15 जनवरी 2021
उज्जैन। डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं क्यो की भगवान के बाद एक वो ही होते है जो रोगी को उचित उपचार के द्वारा स्वस्थ कर उन्हे प्राणदान तक दिलवाते है इसी लिये उन्हे भगवान की संज्ञा भी दी गई है।लेकिन लगता है आजकल ये बाते किताबो तक ही सिमट कर रह गई है तभी तो कलयुग मे डॉक्टर के अनेको रुप देखने को मिल रहे है जो रुपयो के लिये अपने डॉक्टर पेशे को भी लज्जित कर रहे है हम यह कतई नही कहते की सभी डॉक्टर एक जैसे होते है लेकिन वर्तमान के दौर मे कुश ऐसा ही देखने को मिल रहा है।आज उज्जैन के जिला अस्पताल मे एक डॉक्टर के द्वारा पत्रकार से ही रुपयो की मांग करने का मामला प्रकाश मे आया।डॉक्टर द्वारा पत्रकार को उनकी पर्सनल किसी मशीन के द्वारा ईलाज अस्पताल मे ही करने का कहकर रुपयो की मांग की गई।और बताया गया की यहा आपको जमाने भर की फॉर्मलीटी करवाई जायेगी।यह सब कुश ड्यूटी पर लगे हुए जूनियर डॉक्टर भी देख रहे थे जो उन्ही का समर्थन कर रहे थे।लेकिन इस प्रकार का कृत्य होता देख पत्रकार द्वारा तुरंत ही सिविल सर्जन पी.एन.वर्मा को अवगत कराया गया जहा सम्बधित डॉक्टर की शिकायत की गई सिविल सर्जन द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्यवाही के लिये जाच प्रभारी नियुक्त कर जांच का प्रतिवेदन स्वयं उन्हे सौपने का कहकर दोषी पाए जाने पर डॉक्टर पर उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया गया।
आम जनता के साथ कैसा होता होगा रवैया
उक्त घटना के बाद उपस्थित मरीजो एवं उनके परिजनो द्वारा यही कहा जा रहा था की जब मिडियाकर्मियो से पैसो की मांग तक की जा रही है तो आम जनता का यो भगवान ही मालिक है कुल मिलाकर डॉक्टर के पेशे को बदनाम ऐसे ही डॉक्टर करते है और खमियाजा अच्छे डॉक्टरो को भी उठाना पड़ता है।
इनका कहना है
पत्रकार द्वारा रुपयो की मांग किये जाने की बात कही गई है जांच के बाद दोषी पाए जाने पर उचित कार्यवाही की जायेगी।यदी किसी ओर के साथ भी ऐसा कृत्य होता है तो वो भी शिकायत कर सकता है शिकायत के आधार पर कार्यवाही होगी।
डॉ. पी.एन.वर्मा
सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय उज्जैन