*B B C टाइम्स इन* नई दिल्ली शनिवार, 8 जनवरी। चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की है। चुनाव वाले पांच राज्य उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर है।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि सात चरणों में चुनाव संपन्न होगें। उत्तर प्रदेश में चुनाव का पहला चरण 10 फरवरी को होगा। पांच राज्यों की 690 विधानसभा सीटों पर चुनाव संपन्न होंगे। 18 करोड़ 34 लाख मतदाता इन चुनाव में हिस्सा लेंगे।
उत्तराखंड, पंजाब, गोवा में एक चरण में जबकि मणिपुर में दो और उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदात होगा। मतदान की शुरुआत उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से होगी। सभी राज्यों के एक साथ 10 मार्च को मतगणना की जाएगी। चुनावों के दौरान सख्त प्रोटोकाल का पालन कराया जाएगा। जीत के बाद विजय जुलूस की इजाजत नहीं होगी।चंद्रा ने कहा कि 5 राज्यों में चुनाव में कुल 18.34 करोड़ वोटर हैं। इनमें 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं। कुल 24.9 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। इनमें 11.4 लाख लड़कियां पहली बार मतदान करेंगी। सभी बूथ ग्राउंड फ्लोर पर होंगे। बूथ पर सैनिटाइजर, मास्क उपलब्ध होगा।
पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को एक चरण में मतदान होगा।
मणिपुर में 27 फरवरी और तीन मार्च को दो चरणों में वोट डाले जाएंगे। 10 फरवरी को पहले चरण की वोटिंग होगी।
उत्तर प्रदेश में पहले फेज का मतदान 10 फरवरी को होगा। दूसरा फेज का मतदान 14 फरवरी को होगा। तीसरा फेज 20 फरवरी और चौथा फेज 23 फरवरी को, पांचवां फेज 27 फरवरी को होगा। छठा फेज 3 मार्च और सातवां फेज 7 मार्च को होगा।
पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को वोटिंग और मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान होगा। 10 मार्च को सभी मतगणना।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में पांच राज्यों की 690 विधानसभा क्षेत्रों कोविड सेफ चुनाव कराना बेहद चुनौती भरा काम है। जैसे ही ओमिक्रोन वैरिएंट के मद्देनजर COVID के मामले बढ़े, ECI ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव और गृह सचिव, विशेषज्ञों और राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ बैठकें कीं। इन विचारों और जमीनी स्थिति को ध्यान में रखते हुए, चुनाव आयोग ने सुरक्षा मानदंडों के साथ चुनाव की घोषणा करने का फैसला किया।
चुनाव आयोग का कहना है कि कोरोना के बीच चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण है। आयोग का कहना है कि सुरक्षित चुनाव कराना पहली प्राथमिकता है। कोरोना के बीच चुनाव कराने के लिए नए प्रोटकॉल लागू किए जाएंगे।
चुनाव आयोग ने कहा कि 15 जनवरी तक किसी भी तरह के रोड शो, रैली, पद यात्रा, साइकिल और स्कूटर रैली की इजाजत नहीं होगी। वर्चुअल रैली के ज़रिए ही चुनाव प्रचार होगा। जीत के बाद किसी तरह के विजय जुलूस भी नहीं निकलेगा। आयोग ने कहा कि सात चरणों में होंगे चुनाव संपन्न होगें। उत्तर प्रदेश में चुनाव का पहला चरण 10 फरवरी को होगा।
चुनाव ड्यूटी में सभी लोगों को बूस्टर डोज़।
पोलिंग बूथ पर मास्क, सेनिटाइजर थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था।
2.15 लाख से अधिक पोलिंग स्टेशन।
पोलिंग स्टेशन पर अधिकतम वोटरों की संख्या 1500 से घटाकर 1250 की गई।
वोटिंग का समय एक घंटा बढ़ाया गया।
15 जनवरी तक रोड शो, पदयात्रा, साइकिल रैली तक नहीं।
विजय जुलूस भी नहीं।