BBC टाइम्स इन उज्जैन 31 अक्टूबर।
सुहागन महिलाओं को प्रदान किया जाता है मां कामाख्या का सिंदूर
उज्जैन. शिप्रा नदी के किनारे करवा चौथ माता का मंदिर है जिसके पट वर्ष में सिर्फ एक बार खुलते हैं. इस अवसर पर सुहागन महिलाओं को मां कामाख्या का सिंदूर, सिक्का एवं कपड़ा निशुल्क रूप से भेंट किया जाता है.
माता करवा चौथ का मंदिर होटल शांति पैलेस बायपास पर जीवन खेड़ी के समीप पुल से मात्र कुछ दूरी पर शिप्रा नदी के किनारे बना हुआ है इसका निर्माण समाजसेवी डॉ केसी नागवंशी और उनकी धर्मपत्नी उषा नागवंशी ने 19 वर्ष पहले करवाया था. डॉक्टर नागवंशी प्रतिवर्ष सिंदूर और सिक्के लेने के लिए असम जाते रहे हैं, लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण उन्होंने असम से पार्सल के माध्यम से सिंदूर और सिक्के मंगवाए हैं, जिन्हें दर्शन करने वाली सुहागन महिलाओं को वितरित किए जाएंगे. 4 नवंबर को मंदिर के पट खुलेंगे दर्शन करने का सिलसिला सुबह 8:00 बजे से शुरू होगा जो कि शाम 6:00 बजे तक रहेगा. प्रतिवर्ष दर्शन करने आने वाली महिलाओं को निशुल्क रूप से सिंदूर और सिक्के भेंट किए जाते हैं. डॉक्टर नागवंशी ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए मास्क लगाकर दर्शन करने के लिए आएं.