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BBC टाइम्स इन उज्जैन 29 अक्टूबर।

उज्जैन।सेतु निर्माण के तहत इंदौर – कोटा रोड़ पर ग्राम पंचायत पाट में करीब 200- 300 मीटर कालिसिन्द नदी पर निर्माणाधीन डबल स्पान पुल 29 अकटुम्बर की शाम को धराशायी हो गया। इस हादसे में अब तक छह जनों को गंभीर हालत में अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मलबे में अभी भी 8 से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका है। इस मामले में पुलिस ने निर्माण कम्पनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नही किया है । हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। हादसे के 2 घंटे बाद दुर्घटनास्थल पर बचाव कार्य शुरू हो सका। लोहे और सीमेण्ट के भारी-भरकम ढांचे हटने के बाद गुरुवार रात तक अंदर दबे लोगों के निकाले जाने की संभावना हैं। पुलिस और प्रशासन ने मलबे में दबे लोगों के जिंदा रहने की उम्मीद छोड़ दी हैं। बचाव कार्य के लिए उज्जैन नगर निगम ओर आगर नगर पालिका , कोटा थर्मल की क्रेनें मंगवाई गई हैं। बचाव कार्य के लिए 2 जिलों की पुलिस और आपदा प्रबंधन टीम की भी मदद ली जा रही है। हादसे का प्रारंभिक कारण स्ट्रक्चर का कमजोर होना माना जा रहा है, लेकिन सही कारण जांच के बाद ही पता चलेगा।
निर्माणाधीन पुल ढहा
6 लोगों के दबे होने की आशंका थी उन्हें निकाल लिया गया है ।
इंदौर कोटा मार्ग गांव पाट में कालीसिंध नदी पर बन रहा था पुल,गम्भीर घायलों के मुआवजा ऐलान अभी नही किया गया है । ओर ना ही निर्माण कम्पनियों पर मामला दर्ज किया गया है ।
क्रेन की मदद से हटाया मलबा
हादसे की सूचना मिलने पर जिला कलेक्टर ओर अधीक्षक [ग्रामीण] मौके पर पहुंचे। कई हजार टन लोहे और सीमेण्ट के भारी-भरकम स्ट्रक्चर होने के कारण मलबा हटाने का कार्य रात साढ़े आठ बजे खत्म हो गया , गैस कटर की मदद से लोहे के एंगल काटकर क्रेन की मदद से उन्हें हटाया गया।
इनका है कहना
ब्रिज नहीं माइनिंग गिरा है सेंटिंग का कार्य चल रहा था पेंटिंग चल रही थी पेंटिंग का काम कमजोर था उस पर सीमेंट कंक्रीट कर दिया था नया कंट्रक्शन चल रहा था वह गिरा है ब्रिज नहीं गिरा है । मैंने उज्जैन कलेक्टर और एसपी को निर्देशित करा है वह घटनास्थल पर पहुंच भी गए हैं और मजदूरों को उज्जैन लाकर सीएचएल अपोलो में इलाज कराया जा रहा है
अनिल फिरोजिया सांसद उज्जैन आलोट क्षेत्र
यह इतना घटिया काम है कंपनी के खिलाफ तुरंत अधिकारियों को एक्शन लेना चाहिए और कार्यवाही करनी चाहिए यह मामला मैंने विधानसभा में उठाया था, मेरे 2 घंटे धरने देने के बाद जिले के आला अधिकारी घटनास्थल पर आए हैं
महेश परमार
एफआईआर अभी दर्ज नहीं की गई है। मैं अभी घटनास्थल पर हूं आज भी कर सकते हैं कल भी एफ आई आर दर्ज कर सकते हैं।
एसडीओपी तराना राजाराम आवास्या

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